राजस्थान उपचुनाव के शपथ ग्रहण समारोह में कोई हाथ में ज्वार लेकर तो कोई संविधान की डायरी लेकर पहुंचे

राजस्थान उपचुनाव में जीते हुए प्रत्याशियों ने आज 3 दिसंबर को विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी के चैंबर में शपथ ली। उपचुनाव की सात सीटों में से एक कोंग्रेस, पांच भाजपा व एक भारतीय आदिवासी पार्टी के खाते में गई थी।

राजस्थान उपचुनाव के शपथ ग्रहण समारोह में कोई हाथ में ज्वार लेकर तो कोई संविधान की डायरी लेकर पहुंचे
राजस्थान उपचुनाव के शपथ ग्रहण समारोह में कोई हाथ में ज्वार लेकर तो कोई संविधान की डायरी लेकर पहुंचे

जयपुर/राजेंद्र सिंह: राजस्थान उपचुनाव में जीते हुए प्रत्याशियों ने आज 3 दिसंबर को विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी के चैंबर में शपथ ली। उपचुनाव की सात सीटों में से एक कोंग्रेस, पांच भाजपा व एक भारतीय आदिवासी पार्टी के खाते में गई थी। इस दौरान भाजपा के पांच विधायकों के साथ दौसा से कांग्रेस मविधायक डीसी बेरवा और चौरासी से विधायक अनिल कटारा ने शपथ ली हैं।

शपथ के दौरान सबसे पहले विधानसभा में खींवसर से भाजपा विधायक ऐतिहासिक जीत हासिल करने वाले रेवंत राम  डागा की एंट्री हुई जिसमें हजारों की तादात में  रेवंतराम के समर्थक किसान नाच गान करते हुए हाथों में ज्वार लेकर विधानसभा पहुंचे।  

दौसा से किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा को पटकनी देने वाले कांग्रेस विधायक डीसी बेरवा भी पहुंचे उन्होंने हाथ में संविधान की डायरी ले रखी थी और कहा कि इसी संविधान की वजह से आज में विधायक बना हूं।

रेवंत राम डागा ने हनुमान बेनीवाल की मानसिकता को बताया ओछी:
शपथ ग्रहण करने के बाद विधानसभा से निकलते ही मीडिया से बात करने के दौरान , रेवंत राम ने कहा कि हनुमान बेनीवाल की मानसिकता ओछि हैं ,जनता ने हनुमान बेनीवाल को इतने सालों तक खूब लाड प्यार दिया लेकिन  हनुमान बेनीवाल ने जनता के लिए बहुत ही घटिया रवैया अपनाया जिससे जनता खूब नाराज हैं।

वही रेवंत राम ने खींवसर को ऐतिहासिक जीत बताते हुए कहा कि इतने 20 वर्षों तक जो काम नहीं करवा सके उन मुद्दों पर सबसे पहले मैं खींवसर विधानसभा के लिए काम करवाऊंगा।

भील प्रदेश को लेकर बाप नेता का बयान:

चौरासी से नवनिर्वाचित विधायक अनिल कुमार कटारा ने मीडिया से बातचीत में भील प्रदेश को लेकर बात की जिसमें उन्होंने कहा कि चार राज्य के कुछ क्षेत्र को मिलाकर एक प्रदेश बनाने की हमारी यह मांग जारी रहेगी।