ब्यूटीपार्लर चलाने वाली महिला ने व्यापारी को बनाया निशाना,बंधक बनाकर मांगे 60 लाख रुपए ,हनीट्रैप में हुई गिरफ्तार 

राजस्थान के बाड़मेर जिले के गुड़ामालानी थाना क्षेत्र में हनी ट्रैप का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। एक महिला ने सोशल मीडिया के जरिए पीड़ित से दोस्ती कर उसे अपने जाल में फंसाया और अश्लील वीडियो बनाकर 60 लाख रुपये की मांग की। मारपीट और ब्लैकमेलिंग के बाद 15 लाख रुपये में सौदा तय हुआ। पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज की, जिसके बाद मुख्य आरोपी महिला विमला, उसके प्रेमी रतन और एक अन्य सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।

ब्यूटीपार्लर चलाने वाली महिला ने व्यापारी को बनाया निशाना,बंधक बनाकर मांगे 60 लाख रुपए ,हनीट्रैप में हुई गिरफ्तार 

बाड़मेर, राजस्थान: थार रेगिस्तान की शांत वादियों में बसा बाड़मेर जिला एक बार फिर अपराध की सुर्खियों में है। जिले के गुड़ामालानी थाना क्षेत्र में हनी ट्रैप का एक ऐसा मामला सामने आया है, जो न केवल चौंकाने वाला है, बल्कि सोशल मीडिया के दुरुपयोग और अपराध की नई तकनीकों को भी उजागर करता है। इस सनसनीखेज मामले में एक महिला और उसके सहयोगियों ने मिलकर एक व्यक्ति को अपने प्रेमजाल में फंसाया, उसका अश्लील वीडियो बनाया, मारपीट की और लाखों रुपये की उगाही की कोशिश की। लेकिन पीड़ित की सूझबूझ और पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने इस गैंग का पर्दाफाश कर दिया।

### दोस्ती से शुरू हुआ जाल

मामला कुछ महीने पहले का है, जब पीड़ित की मुलाकात सोशल मीडिया के जरिए एक महिला से हुई। यह महिला, जिसकी पहचान विमला के रूप में हुई है, स्थानीय स्तर पर एक ब्यूटी पार्लर चलाती थी। शुरुआत में सामान्य बातचीत धीरे-धीरे दोस्ती में बदल गई। पीड़ित को महिला पर भरोसा हो गया और उसने इस रिश्ते को सामान्य दोस्ती समझा। लेकिन यह दोस्ती जल्द ही एक खतरनाक जाल का हिस्सा बनने वाली थी।

कुछ दिन पहले विमला ने पीड़ित को बाड़मेर शहर के महावीर नगर में अपने घर बुलाया। पीड़ित को शायद ही अंदाजा था कि वह एक सुनियोजित साजिश का शिकार होने वाला है। घर पहुंचते ही विमला ने पीड़ित को बहाने से अपने जाल में फंसाया। उसने पीड़ित के कपड़े उतरवाए और उसका अश्लील वीडियो बना लिया। इसके बाद कहानी ने और भी खतरनाक मोड़ लिया।

### मारपीट और 60 लाख की मांग

वीडियो बनने के बाद विमला ने अपने कुछ साथियों को बुला लिया। इनमें उसका प्रेमी रतन और दो अन्य सहयोगी शामिल थे। आरोपियों ने पीड़ित के साथ मारपीट शुरू कर दी और उसे धमकाया कि अगर उसने पैसे नहीं दिए तो उसका अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी । उनकी मांग थी 60 लाख रुपये की भारी-भरकम रकम। पीड़ित ने डर के मारे बात मानने की कोशिश की, लेकिन इतनी बड़ी राशि का इंतजाम करना उसके लिए संभव नहीं था।

लंबी बातचीत और धमकियों के बाद सौदा 15 लाख रुपये में तय हुआ। लेकिन पीड़ित के पास इतनी रकम नकद उपलब्ध नहीं थी। मजबूरन उसने आरोपियों को ब्लैंक चेक सौंप दिए। इसके बाद आरोपियों ने उसे छोड़ दिया, लेकिन उनकी यह गलती उन्हें भारी पड़ने वाली थी।

### पुलिस की त्वरित कार्रवाई

आजाद होते ही पीड़ित ने बिना समय गंवाए गुड़ामालानी थाने का रुख किया और पूरी घटना की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष टीम गठित की। जांच के दौरान पुलिस ने मुख्य आरोपी विमला, उसके प्रेमी रतन और एक अन्य सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया। चौथे सहयोगी की तलाश अभी जारी है।

पुलिस ने बताया कि विमला और उसका गैंग सुनियोजित तरीके से इस तरह की वारदातों को अंजाम देता था। सोशल मीडिया के जरिए पहले शिकार को फंसाया जाता था, फिर उसे ब्लैकमेल कर मोटी रकम वसूली जाती थी। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि इस गैंग ने और कितने लोगों को अपना शिकार बनाया है।

### सोशल मीडिया: वरदान या अभिशाप?

यह मामला एक बार फिर सोशल मीडिया के दुरुपयोग को रेखांकित करता है। जिस मंच को लोगों से जुड़ने और जानकारी साझा करने के लिए बनाया गया था, वह अब अपराधियों के लिए एक हथियार बनता जा रहा है। बाड़मेर जैसे छोटे शहरों में भी इस तरह की घटनाएं सामने आना चिंता का विषय है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अनजान लोगों से ऑनलाइन दोस्ती करने में सावधानी बरतें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दें।

### जांच में और खुलासे की उम्मीद

गुड़ामालानी थाना प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है और मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस गैंग का कोई बड़ा नेटवर्क है और क्या इसमें और लोग शामिल हैं। पीड़ित के ब्लैंक चेक और अन्य सबूतों की भी जांच की जा रही है।

### समाज में बढ़ते अपराधों पर सवाल

यह घटना न केवल एक व्यक्ति की पीड़ा को दर्शाती है, बल्कि समाज में बढ़ते अपराधों और नैतिक पतन पर भी सवाल उठाती है। हनी ट्रैप जैसे मामले न सिर्फ पीड़ित की जिंदगी को प्रभावित करते हैं, बल्कि उनके परिवार और सामाजिक रिश्तों पर भी गहरा असर डालते हैं। बाड़मेर जैसे शांत शहर में इस तरह की घटनाएं लोगों के बीच डर और अविश्वास पैदा कर रही हैं।

### आगे की राह

पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जनता से सहयोग की अपील की है। साथ ही, यह भी कहा गया है कि इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए जागरूकता और सख्त कानूनी कार्रवाई जरूरी है। बाड़मेर पुलिस ने वादा किया है कि इस मामले में दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी, ताकि भविष्य में कोई और इस तरह की वारदात को अंजाम देने की हिम्मत न कर सके।

यह मामला न सिर्फ एक अपराध की कहानी है, बल्कि एक चेतावनी भी है कि डिजिटल युग में सावधानी और जागरूकता ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है।