भीलवाड़ा में अय्यपा मंदिर हत्याकांड: साइको किलर ने बुजुर्ग गार्ड को बेरहमी से उतारा मौत के घाट

भीलवाड़ा के अय्यपा मंदिर में मंगलवार देर रात 55 वर्षीय चौकीदार लाल सिंह रावणा की बेरहमी से हत्या कर दी गई। आरोपी दीपक नायर, एक आदतन अपराधी और साइको प्रवृत्ति का व्यक्ति, ने लाल सिंह पर लात-घूंसों और धारदार हथियार से ताबड़तोड़ हमला किया, जिसमें सिर और निजी अंगों पर कई वार किए। हत्या के बाद दीपक शव के पास बैठा रहा।

भीलवाड़ा में अय्यपा मंदिर हत्याकांड: साइको किलर ने बुजुर्ग गार्ड को बेरहमी से उतारा मौत के घाट

भीलवाड़ा, 23 अप्रैल 2025: राजस्थान के भीलवाड़ा में मंगलवार देर रात सुभाष नगर थाना क्षेत्र के अय्यपा मंदिर में एक सनसनीखेज हत्याकांड ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया। एक साइको प्रवृत्ति के आदतन अपराधी ने मंदिर के 55 वर्षीय चौकीदार लाल सिंह रावणा की बेरहमी से हत्या कर दी। हत्यारा न केवल बुजुर्ग पर ताबड़तोड़ हमला करता रहा, बल्कि उनके मृत शरीर के पास देर तक बैठा रहा। इस घटना ने स्थानीय लोगों में दहशत फैला दी है।

घटना का भयावह विवरण

पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह खौफनाक घटना मंगलवार रात करीब 2 बजे की है। आरोपी, दीपक नायर, जो प्रताप नगर थाना क्षेत्र का रहने वाला है, रात के अंधेरे में मंदिर परिसर में पहुंचा। उसने गार्ड के कमरे के बाहर जाकर लाल सिंह रावणा को आवाज दी। जैसे ही लाल सिंह बाहर आए, दीपक ने उन पर हमला बोल दिया।

पहले तो उसने करीब पांच मिनट तक लात-घूंसों से लाल सिंह को पीटा। इसके बाद, पास में रखे एक धारदार हथियार को उठाकर उसने लाल सिंह पर ताबड़तोड़ करीब 20 वार किए। पुलिस के अनुसार, हत्यारे ने लाल सिंह के सिर और निजी अंगों पर भी कई बार प्रहार किए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हैरानी की बात यह है कि हत्या के बाद दीपक मंदिर परिसर से ज्यादा दूर नहीं भागा और शव के पास ही बैठा रहा।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई

घटना की सूचना रात करीब ढाई बजे सुभाष नगर थाने को मिली। मौके पर पहुंची पुलिस ने खून से लथपथ लाल सिंह की लाश मंदिर के एक हिस्से में पड़ी पाई। डीएसपी श्याम सुंदर बिश्नोई ने बताया कि मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपी दीपक नायर की पहचान की गई। घटna के महज एक घंटे के भीतर पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।

आरोपी: साइको और आदतन अपराधी

पुलिस के मुताबिक, दीपक नायर एक आदतन अपराधी है और उसका आपराधिक इतिहास रहा है। उसके खिलाफ पहले भी कई मुकदमे दर्ज हैं। डीएसपी बिश्नोई ने बताया कि दीपक की मानसिक स्थिति संदिग्ध है और उसे साइको प्रवृत्ति का माना जा रहा है। हालांकि, उसने लाल सिंह की हत्या क्यों की, इसका कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस इस दिशा में गहन जांच कर रही है।

मंदिर और स्थानीय लोगों में दहशत

लाल सिंह रावणा की हत्या के बाद मंदिर से जुड़े लोग और स्थानीय समुदाय सदमे में हैं। मृतक के परिजनों और समाज के लोगों ने महात्मा गांधी हॉस्पिटल की मोर्चरी के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया है, जिसमें मृतक के आश्रितों के लिए मुआवजे की मांग की जा रही है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए महात्मा गांधी हॉस्पिटल में रखवाया है।

जांच में जुटी पुलिस

पुलिस हत्या के कारणों का पता लगाने के लिए मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों और अन्य संबंधित लोगों से पूछताछ कर रही है। सीसीटीवी फुटेज के अलावा, आसपास के इलाकों में भी जांच की जा रही है ताकि यह समझा जा सके कि दीपक का लाल सिंह से कोई पुराना विवाद था या यह हत्या किसी अन्य वजह से की गई।

समाज में आक्रोश

इस घटना ने भीलवाड़ा में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि मंदिर जैसे पवित्र स्थल पर इस तरह की घटना चिंताजनक है। समाज के लोगों ने प्रशासन से इस मामले में सख्त कार्रवाई और मृतक के परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है।

आगे की कार्रवाई

पुलिस ने दीपक नायर को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। उसके आपराधिक रिकॉर्ड और मानसिक स्थिति की जांच के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जा सकती है। साथ ही, मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं, जिस पर प्रशासन को गंभीरता से विचार करना होगा।

इस हत्याकांड ने न केवल भीलवाड़ा, बल्कि पूरे राजस्थान में सनसनी फैला दी है। लोग यह जानने को उत्सुक हैं कि आखिर क्या वजह थी कि एक साइको किलर ने इतनी बेरहमी से एक निहत्थे बुजुर्ग की जान ले ली।