भीलवाड़ा में साइको किलर का खौफनाक खेल मंदिर ह*त्याकांड से और शवों का सनसनीखेज खुलासा...!

राजस्थान के भीलवाड़ा शहर में एक के बाद एक तीन हत्याओं ने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया है। 22 अप्रैल की देर रात सुभाष नगर थाना क्षेत्र के अय्यप्पा मंदिर में एक बुजुर्ग चौकीदार की निर्मम हत्या से शुरू हुआ यह सिलसिला तब और भयावह हो गया, जब पुलिस ने हत्यारे के घर से दो और शव बरामद किए। आरोपी, जिसे पुलिस ने साइको किलर करार दिया है,

भीलवाड़ा में साइको किलर का खौफनाक खेल मंदिर ह*त्याकांड से और शवों का सनसनीखेज खुलासा...!

रिपोर्ट/राजेंद्र सिंह: राजस्थान के भीलवाड़ा शहर में एक के बाद एक तीन हत्याओं ने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया है। 22 अप्रैल की देर रात सुभाष नगर थाना क्षेत्र के अय्यप्पा मंदिर में एक बुजुर्ग चौकीदार की निर्मम हत्या से शुरू हुआ यह सिलसिला तब और भयावह हो गया, जब पुलिस ने हत्यारे के घर से दो और शव बरामद किए। आरोपी, जिसे पुलिस ने साइको किलर करार दिया है, ने अपने दोस्तों की भी बेरहमी से हत्या की थी। यह खौफनाक कहानी न केवल क्रूरता की पराकाष्ठा को दर्शाती है, बल्कि पुलिस जांच में हुए चौंकाने वाले खुलासों ने भीलवाड़ा को हिलाकर रख दिया है। आइए, इस सनसनीखेज मामले की पूरी कहानी विस्तार से जानते हैं।मंदिर में शुरू हुआ खूनी खेल 

22 अप्रैल, की देर रात, भीलवाड़ा के सुभाष नगर थाना क्षेत्र में स्थित अय्यप्पा मंदिर में एक दिल दहलाने वाली घटना घटी। मंदिर के 55 वर्षीय चौकीदार लाल सिंह की धारदार हथियार से बेरहमी से हत्या कर दी गई। हत्यारे ने न केवल उनके सिर पर कई वार किए, बल्कि उनके गुप्तांग को भी काट दिया। खून से सनी लाश मंदिर के एक कोने में पड़ी मिली, जिसे देखकर इलाके में सनसनी फैल गई। सूचना मिलते ही सुभाष नगर थाना पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची।

(डीएसपी) श्याम सुंदर बिश्नोई ने बताया कि मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद आरोपी की पहचान की गई। फुटेज में प्रताप नगर थाना क्षेत्र के निवासी दीपक नायर को हत्या करते हुए देखा गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मात्र एक घंटे के भीतर दीपक को हिरासत में ले लिया। प्रारंभिक पूछताछ में दीपक को आदतन अपराधी और मानसिक रूप से अस्थिर बताया गया, जिसके बाद उसे साइको किलर का लेबल दिया गया।

पुलिस रिमांड और चौंकाने वाला खुलासा

दीपक नायर को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश किया और रिमांड की मांग की। रिमांड मिलने के बाद, पुलिस मामले की गहराई से जांच के लिए मौका पर्चा तैयार करने के इरादे से दीपक के प्रताप नगर स्थित घर पहुंची। लेकिन जैसे ही पुलिस ने मकान का दरवाजा खोला, उनके होश उड़ गए। घर के अंदर दो और शव बरामद हुए, जिनकी हालत देखकर पुलिसकर्मी भी सन्न रह गए।

इन शवों की पहचान दीपक के दोस्तों, सोनू और मोनू के रूप में हुई, जिनकी उम्र 38 से 40 वर्ष के बीच बताई जा रही है। दोनों शवों की हालत चौकीदार लाल सिंह की हत्या के समान थी—सिर और गुप्तांग पर धारदार हथियार से कई वार किए गए थे। इस खुलासे ने पुलिस की जांच को नया मोड़ दे दिया, और यह साफ हो गया कि दीपक ने एक नहीं, बल्कि तीन हत्याएं की थीं।

साइको किलर की क्रूरता और हत्याओं का पैटर्न

पुलिस जांच में सामने आया कि तीनों हत्याओं में एक समान पैटर्न था। सभी पीड़ितों के सिर और गुप्तांग को निशाना बनाया गया, जो दीपक की मानसिक विकृति की ओर इशारा करता है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, दीपक ने चौकीदार लाल सिंह से किसी बात पर बहस के बाद उसकी हत्या की, लेकिन सोनू और मोनू की हत्या के पीछे का मकसद अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। यह भी संभावना जताई जा रही है कि दीपक ने अपने दोस्तों की हत्या पहले की हो और उनके शव अपने घर में छिपाकर रखे हों।

सुभाष नगर थाना प्रभारी शिवराज गुर्जर और प्रताप नगर थाना प्रभारी सुरजीत सिंह ने मौके पर पहुंचकर जांच को आगे बढ़ाया। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या दीपक ने अन्य हत्याएं भी की हैं और उसकी मानसिक स्थिति का आकलन करने के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है।

शहर में दहशत और पुलिस की कार्रवाई

तीन हत्याओं के इस सिलसिले ने भीलवाड़ा में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। स्थानीय लोग डरे हुए हैं और मांग कर रहे हैं कि मामले की गहन जांच हो। सोशल मीडिया पर भी इस घटना ने तूल पकड़ा है, जहां लोग दीपक को सजा देने और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की बात कर रहे हैं।

पुलिस ने दीपक के घर से बरामद शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और फॉरेंसिक जांच के जरिए हत्याओं के समय और हथियारों की जानकारी जुटाई जा रही है। साथ ही, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि दीपक के आपराधिक इतिहास में अन्य अपराध शामिल हैं या नहीं।

क्या है इस साइको किलर का मकसद?

दीपक नायर की हरकतों ने कई सवाल खड़े किए हैं। क्या यह केवल मानसिक विकृति का नतीजा था, या इसके पीछे कोई गहरी साजिश थी? पुलिस अब दीपक के परिचितों और परिवार से पूछताछ कर रही है ताकि उसकी पृष्ठभूमि और हत्याओं के पीछे के मकसद का पता लगाया जा सके। यह भी संभावना है कि दीपक ने अपने दोस्तों की हत्या किसी निजी रंजिश या लंबे समय से दबी कुंठा के कारण की हो।

भीलवाड़ा का यह ट्रिपल मर्डर केस न केवल एक सनसनीखेज अपराध की कहानी है, बल्कि यह समाज में मानसिक स्वास्थ्य और अपराध की रोकथाम जैसे मुद्दों पर भी सवाल उठाता है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने आरोपी को पकड़ने में तो सफलता हासिल की, लेकिन अब असली चुनौती यह है कि इस मामले की गहराई तक जाकर सभी सवालों के जवाब ढूंढे जाएं। भीलवाड़ा की जनता अब इंसाफ की उम्मीद में टकटकी लगाए बैठी है, और यह देखना बाकी है कि इस खौफनाक कहानी का अंत कैसे होता है।