"बीकानेर जेल से फिर गूंजी धमकी: सीएम भजनलाल शर्मा को चौथी बार जान से मारने की साजिश, मानसिक रूप से अस्थिर बंदी गिरफ्तार

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को एक बार फिर जान से मारने की धमकी मिली है। इस बार धमकी का स्रोत बीकानेर सेंट्रल जेल बना है, जहां से बंदी आदिल ने यह खतरनाक इरादा जाहिर किया

"बीकानेर जेल से फिर गूंजी धमकी: सीएम भजनलाल शर्मा को चौथी बार जान से मारने की साजिश, मानसिक रूप से अस्थिर बंदी गिरफ्तार

रिपोर्ट जसवंत सिंह शिवकर - राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को एक बार फिर जान से मारने की धमकी मिली है। इस बार धमकी का स्रोत बीकानेर सेंट्रल जेल बना है, जहां से बंदी आदिल ने यह खतरनाक इरादा जाहिर किया। पिछले 14 महीनों में यह चौथा मौका है, जब सीएम को इस तरह की धमकी मिली है, जिसने राज्य की जेल सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। 

धमकी देने वाला कौन?

पुलिस के अनुसार, धमकी देने वाला बंदी आदिल मूल रूप से पाली जिले का निवासी है। उसे कुछ समय पहले ही पाली जेल से बीकानेर सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था। दो दिन पहले, 26 मार्च 2025 को, आदिल ने एक मोबाइल नंबर से जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम को फोन कर सीएम भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी दी। इस कॉल के बाद पुलिस हरकत में आई और जांच के दौरान उसकी लोकेशन बीकानेर जेल में ट्रेस की गई।

सर्च ऑपरेशन और गिरफ्तारी

धमकी की सूचना मिलते ही बीकानेर जेल में पुलिस और जेल प्रशासन ने संयुक्त रूप से सर्च अभियान चलाया। इस दौरान आदिल के पास से एक मोबाइल फोन बरामद हुआ, जिससे उसने धमकी भरा कॉल किया था। पुलिस ने उसे तुरंत हिरासत में ले लिया। जेल अधीक्षक सुमन मालीवाल ने बताया कि यह कार्रवाई जेल पुलिस ने अपने स्तर पर की और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि, यह सवाल अब भी अनुत्तरित है कि जेल जैसे सुरक्षित स्थान में मोबाइल फोन आदिल तक कैसे पहुंचा।

मानसिक हालत पर सवाल

 में सामने आया है कि आदिल की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। जेल अधीक्षक सुमन मालीवाल के अनुसार, वह पहले भी आत्मघाती कदम उठा चुका है और अपने हाथों की नसें काटने की कोशिश कर चुका है। इस वजह से उसकी हरकतों को मानसिक अस्थिरता से जोड़कर भी देखा जा रहा है। लेकिन पुलिस इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि क्या यह धमकी महज उसकी मानसिक स्थिति का नतीजा थी या इसके पीछे कोई सुनियोजित साजिश है।

14 महीने में चौथी धमकी

यह पहला मौका नहीं है, जब सीएम भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी मिली हो। दिसंबर 2023 में मुख्यमंत्री बनने के बाद से अब तक चार बार ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इससे पहले दो बार दौसा जेल से और एक बार जयपुर सेंट्रल जेल से उन्हें धमकी दी गई थी। हर बार की तरह इस बार भी धमकी जेल के अंदर से ही आई, जिसने जेल प्रशासन की लापरवाही को फिर से उजागर किया है। हाल ही में डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा को भी इसी तरह की धमकी मिली थी, जिसके बाद सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंताएं और गहरा गई हैं।

जांच में क्या हो रहा है?

पुलिस इस मामले में दो पहलुओं पर गौर कर रही है- पहला, आदिल ने यह कॉल क्यों किया और उसका मकसद क्या था? दूसरा, जेल के अंदर मोबाइल फोन उसके पास कैसे पहुंचा? क्या इसमें जेल स्टाफ की मिलीभगत थी या कोई बाहरी मदद शामिल थी? बीकानेर के आईजी ओमप्रकाश पासवान और एसपी कावेंद्र सिंह सागर से इस बारे में जानकारी लेने की कोशिश की गई, लेकिन दोनों ने अभी तक कोई बयान नहीं दिया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मोबाइल के कॉल डिटेल्स और सिम की जानकारी खंगाली जा रही है ताकि इस साजिश के पीछे की पूरी कहानी सामने आ सके।

जेल सुरक्षा पर सवाल

इस घटना ने एक बार फिर राजस्थान की जेलों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिया है। दौसा, जयपुर और अब बीकानेर जेल से लगातार धमकी भरे कॉल्स का सिलसिला यह साबित करता है कि जेलों में निगरानी और अनुशासन की भारी कमी है। मोबाइल फोन जैसी वस्तुओं का कैदियों तक पहुंचना न सिर्फ सुरक्षा चूक है, बल्कि यह भी संकेत देता है कि जेल प्रशासन को अपनी कार्यप्रणाली में बड़े सुधार की जरूरत है।