जैसलमेर और बाड़मेर में सड़क नेटवर्क को नई उड़ान: 1237.71 करोड़ की परियोजना को मंजूरी

जैसलमेर और बाड़मेर जिलों में सड़क संपर्क को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग-70 और राष्ट्रीय राजमार्ग-11, जिनकी कुल लंबाई 134.86 किलोमीटर है, के मौजूदा कनेक्शन को चौड़ा करने और सुदृढ़ करने के लिए 1237.71 करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजना को स्वीकृति दी गई है।

जैसलमेर और बाड़मेर में सड़क नेटवर्क को नई उड़ान: 1237.71 करोड़ की परियोजना को मंजूरी

रिपोर्ट जसवंत सिंह:राजस्थान के जैसलमेर और बाड़मेर जिलों में सड़क संपर्क को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग-70 और राष्ट्रीय राजमार्ग-11, जिनकी कुल लंबाई 134.86 किलोमीटर है, के मौजूदा कनेक्शन को चौड़ा करने और सुदृढ़ करने के लिए 1237.71 करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजना को स्वीकृति दी गई है। इस परियोजना के तहत राष्ट्रीय राजमार्ग-11 के म्याजलार-जैसलमेर खंड और मुनाबाव-तनोट के सुंदरा-म्याजलर-अंबासिंह की ढाणी रोड भाग को पक्की सड़क के साथ 2-लेन में तब्दील किया जाएगा।  

क्षेत्रीय संपर्क और रणनीतिक महत्व

यह परियोजना न केवल क्षेत्रीय परिवहन नेटवर्क को मजबूती देगी, बल्कि राष्ट्रीय राजमार्ग-25 और राष्ट्रीय राजमार्ग-68 के साथ संपर्क स्थापित कर राष्ट्रीय राजमार्ग-70 से भी जोड़ेगी। अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट होने के कारण इस परियोजना का रणनीतिक महत्व भी अहम है। यह हमारे सुरक्षा बलों को सीमावर्ती क्षेत्रों में तेजी से पहुंचने में सक्षम बनाएगी, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को और बल मिलेगा।

पर्यटन और ग्रामीण विकास को बढ़ावा

यह नया सड़क मार्ग लोकप्रिय पर्यटन स्थल खुरी रेत के टीलों से होकर गुजरेगा, जो पर्यटकों के लिए आवागमन को आसान बनाएगा। साथ ही, मार्ग के किनारे बसे कई गांवों को बेहतर सड़क सुविधा मिलने से उनका आर्थिक और सामाजिक विकास होगा। यह परियोजना स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ाएगी और क्षेत्र के समग्र विकास में योगदान देगी।

परियोजना का प्रभाव

इस परियोजना से न केवल परिवहन सुगम होगा, बल्कि यह जैसलमेर और बाड़मेर के दूरदराज के इलाकों को मुख्यधारा से जोड़ने में भी मदद करेगी। सड़क नेटवर्क के विस्तार से व्यापार, पर्यटन और सुरक्षा व्यवस्था में व्यापक सुधार की उम्मीद है। यह राजस्थान के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

इस स्वीकृति के साथ, सरकार ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास और सुरक्षा को प्राथमिकता दे रही है। आने वाले समय में इस परियोजना के पूरा होने से जैसलमेर और बाड़मेर का परिदृश्य बदलने की उम्मीद है।