जैसलमेर में अवैध मीट की दुकानों और बूचड़खानों पर गरमाई सियासत: नगरपरिषद का तीन दिन का अल्टीमेटम

जैसलमेर नगरपरिषद क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित हो रही मीट की दुकानों और बूचड़खानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है। नगरपरिषद आयुक्त लजपाल सिंह सोढ़ा ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए ऐसे सभी अवैध कारोबारियों को तीन दिन का अल्टीमेटम जारी किया है।

जैसलमेर में अवैध मीट की दुकानों और बूचड़खानों पर गरमाई सियासत: नगरपरिषद का तीन दिन का अल्टीमेटम
साल भर पहले भी चलाया गया था अवैध बूचड़खानों पर बुलडोजर ( फाईल फोटो)

जैसलमेर रिपोर्ट जसवंत सिंह - नगरपरिषद क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित हो रही मीट की दुकानों और बूचड़खानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है। नगरपरिषद आयुक्त लजपाल सिंह सोढ़ा ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए ऐसे सभी अवैध कारोबारियों को तीन दिन का अल्टीमेटम जारी किया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अगर निर्धारित समय में ये अवैध दुकानें और बूचड़खाने नहीं हटाए गए, तो नगरपरिषद स्वयं इन्हें हटाने की कार्रवाई करेगी। यह कदम स्थानीय लोगों की शिकायतों और नियमों के उल्लंघन को देखते हुए उठाया जा रहा है। 

तीन दिन में हटाएं, वरना होगी सख्ती

नगरपरिषद आयुक्त लजपाल सिंह सोढ़ा ने बताया कि उनके संज्ञान में यह बात आई है कि जैसलमेर नगरपरिषद क्षेत्र में कई जगहों पर बिना लाइसेंस के मीट की दुकानें और बूचड़खाने चल रहे हैं। इन अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए उन्होंने कारोबारियों को तीन दिन का समय दिया है। सोढ़ा ने कहा, "हमने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि अवैध रूप से चल रही सभी मीट की दुकानें और बूचड़खाने तत्काल प्रभाव से हटाए जाएं। अगर ऐसा नहीं होता, तो नगरपरिषद खुद इनके खिलाफ कार्रवाई करेगी।"

सिर्फ लाइसेंसधारियों को मिलेगी अनुमति

आयुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि नगरपरिषद क्षेत्र में केवल वैध लाइसेंस प्राप्त दुकानदारों को ही मीट बेचने या बूचड़खाना संचालित करने की अनुमति होगी। बिना लाइसेंस के किसी भी तरह का कारोबार अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सोढ़ा ने कहा, "हमारा उद्देश्य नियमों का पालन सुनिश्चित करना और शहर में स्वच्छता व व्यवस्था बनाए रखना है। अवैध दुकानों और बूचड़खानों से न केवल नियमों का उल्लंघन हो रहा है, बल्कि जनस्वास्थ्य भी प्रभावित हो सकता है।"