जेडी वेंस का भारत दौरा: कौन हैं वे, क्यों आए भारत, और उनकी पत्नी का भारतीय मूल**
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस 21 अप्रैल 2025 को चार दिवसीय भारत दौरे पर नई दिल्ली पहुंचे, उनके साथ उनकी भारतीय-अमेरिकी पत्नी उषा वेंस और तीन बच्चे हैं। यह दौरा अमेरिका-भारत रणनीतिक और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने, व्यापार समझौते के पहले चरण को अंतिम रूप देने और सांस्कृतिक जुड़ाव को बढ़ाने के लिए है। प्रमुख आकर्षण में पीएम नरेंद्र मोदी के साथ बैठक, ताजमहल और आमेर किला जैसे सांस्कृतिक स्थलों का दौरा, और टैरिफ व प्रौद्योगिकी साझेदारी पर चर्चा शामिल है। उषा का भारतीय मूल इस दौरे को भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए खास बनाता है।

जयपुर: 21 अप्रैल 2025 को अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस चार दिवसीय भारत दौरे पर नई दिल्ली पहुंचे। यह उनकी पहली आधिकारिक भारत यात्रा है, जो कूटनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण मानी जा रही है। उनके साथ उनकी पत्नी उषा वेंस, जो भारतीय मूल की हैं, और उनके तीन बच्चे—इवान, विवेक, और मीराबेल—भी हैं। यह दौरा भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने, व्यापार समझौतों पर चर्चा करने और सांस्कृतिक जुड़ाव को बढ़ावा देने का अवसर है। आइए, जेडी वेंस, उनके भारत दौरे के उद्देश्य, और उनकी पत्नी के भारतीय मूल के बारे में विस्तार से जानें।
---
### **कौन हैं जेडी वेंस?**
जेडी वेंस (जेम्स डेविड वेंस) अमेरिका के उपराष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी के उभरते हुए नेता हैं। उनकी पृष्ठभूमि और राजनीतिक यात्रा उन्हें अमेरिकी राजनीति में एक चर्चित चेहरा बनाती है।
- **प्रारंभिक जीवन**: जेडी वेंस का जन्म 2 अगस्त 1984 को ओहियो के मिडलटाउन में हुआ। वे एक मध्यमवर्गीय परिवार से हैं, और उनकी परवरिश अप्पलाचियन समुदाय में हुई। उनकी आत्मकथात्मक किताब *"हिलबिली एलेजी"* (2016) ने उन्हें राष्ट्रीय पहचान दिलाई। यह किताब अमेरिका के ग्रामीण और मजदूर वर्ग के सामाजिक-आर्थिक संघर्षों को दर्शाती है और 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत को समझने का एक महत्वपूर्ण दस्तावेज बनी।
- **शिक्षा और करियर**: वेंस ने ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी से स्नातक किया और येल लॉ स्कूल से कानून की डिग्री हासिल की। उन्होंने मरीन कॉर्प्स में सेवा दी और बाद में वेंचर कैपिटलिस्ट के रूप में काम किया। उनकी किताब की सफलता के बाद वे एक लेखक, टिप्पणीकार, और राजनीतिक हस्ती के रूप में उभरे।
- **राजनीतिक करियर**: 2022 में वेंस ने ओहियो से सीनेटर का चुनाव जीता। 2024 में डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हें अपने उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में चुना, और ट्रंप-वेंस की जोड़ी ने 2024 का अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीता। वेंस ट्रंप की "अमेरिका फर्स्ट" नीतियों, जैसे कड़े टैरिफ, आप्रवासन नियंत्रण, और राष्ट्रीय सुरक्षा, के प्रबल समर्थक हैं।
- **भारत के प्रति रुख**: वेंस भारत को इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार मानते हैं, खासकर चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए। वे भारत-अमेरिका के बीच प्रौद्योगिकी, रक्षा, और व्यापार सहयोग को बढ़ावा देने के पक्षधर हैं।
---
### **जेडी वेंस क्यों आए हैं भारत?**
जेडी वेंस का भारत दौरा 21 से 24 अप्रैल 2025 तक चलेगा, जिसमें दिल्ली, जयपुर, और आगरा की यात्राएं शामिल हैं। इस दौरे के कई कूटनीतिक, आर्थिक, और सांस्कृतिक उद्देश्य हैं।
- **कूटनीतिक उद्देश्य**: यह दौरा भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने का प्रयास है। इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन की आक्रामकता के बीच, अमेरिका भारत को क्वाड (भारत, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया) गठबंधन में एक महत्वपूर्ण भागीदार मानता है। वेंस की यात्रा इस गठबंधन को और सक्रिय करने की दिशा में एक कदम हो सकती है।
- **आर्थिक लक्ष्य**: ट्रंप प्रशासन की टैरिफ नीति ने वैश्विक व्यापार में तनाव पैदा किया है। वेंस का दौरा भारत-अमेरिका व्यापार समझौते के पहले चरण को अंतिम रूप देने का अवसर है। दोनों देश 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक ले जाना चाहते हैं। भारत ऑटो और मोटरसाइकिल क्षेत्र में टैरिफ कम करने पर विचार कर सकता है, जबकि अमेरिका भारतीय कृषि और फार्मास्यूटिकल निर्यात को रियायत दे सकता है।
- **सांस्कृतिक जुड़ाव**: वेंस का परिवार, खासकर उनकी पत्नी उषा वेंस का भारतीय मूल, इस दौरे को सांस्कृतिक दृष्टिकोण से खास बनाता है। वेंस परिवार दिल्ली के स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर, आगरा के ताजमहल, और जयपुर के आमेर किला जैसे सांस्कृतिक स्थलों का दौरा करेगा। यह भारतीय-अमेरिकी समुदाय के बीच सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करेगा।
- **प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात**: 21 अप्रैल को वेंस ने पीएम नरेंद्र मोदी से नई दिल्ली में मुलाकात की। इस दौरान व्यापार, टैरिफ, और रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा हुई। पीएम मोदी ने वेंस के बच्चों को मयूर पंख उपहार में दिए और उनके साथ अनौपचारिक बातचीत की। यह मुलाकात दोनों देशों के बीच उच्च-स्तरीय कूटनीति का प्रतीक थी।
- **अन्य गतिविधियां**: वेंस 22 अप्रैल को जयपुर में राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में एक सभा को संबोधित करेंगे, जहां वे ट्रंप प्रशासन के तहत भारत-अमेरिका संबंधों पर अपने विचार रखेंगे। वे भारत-अमेरिका प्रौद्योगिकी सा झेदारी ट्रस्ट की शुरुआत भी कर सकते हैं।
---
### **जेडी वेंस की पत्नी: उषा वेंस और उनका भारतीय मूल**
जेडी वेंस की पत्नी उषा वेंस इस दौरे का एक प्रमुख आकर्षण हैं, क्योंकि वे अमेरिका की पहली भारतीय-अमेरिकी और हिंदू सेकंड लेडी हैं। उनका भारतीय मूल इस यात्रा को भारतीय समुदाय के लिए विशेष बनाता है।
- **पृष्ठभूमि**: उषा वेंस का जन्म कैलिफोर्निया में भारतीय प्रवासी माता-पिता के घर हुआ। उनके माता-पिता—राधाकृष्ण (इंजीनियर) और लक्ष्मी (बायोलॉजिस्ट)—आंध्र प्रदेश के वदलुरू से हैं, जहां से वे 1970 के दशक में अमेरिका प्रवास कर गए थे। उषा का परिवार तेलुगु भाषी है और उनकी परवरिश भारतीय संस्कृति और मूल्यों के बीच हुई।
- **शिक्षा और करियर**: उषा ने येल यूनिवर्सिटी से स्नातक किया और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से एम.फिल. की डिग्री हासिल की। उन्होंने येल लॉ स्कूल से कानून की पढ़ाई की, जहां उनकी मुलाकात जेडी वेंस से हुई। वे येल लॉ जर्नल की एडिटर रहीं और सुप्रीम कोर्ट के जजों ब्रेट कवानॉ और जॉन रॉबर्ट्स के लिए क्लर्क के रूप में काम किया। उषा ने सैन फ्रांसिस्को में एक कानूनी फर्म में प्रैक्टिस की, लेकिन 2024 के चुनावी अभियान के दौरान उन्होंने अपने करियर से ब्रेक लिया।
- **विवाह और परिवार**: उषा और जेडी वेंस की शादी 2014 में हुई। उनके तीन बच्चे हैं—इवान (7 वर्ष), विवेक (4 वर्ष), और मीराबेल (2 वर्ष)। उषा ने अपने बच्चों को भारतीय संस्कृति से जोड़े रखा है, और उनके नाम (विशेष रूप से विवेक) भारतीय प्रभाव को दर्शाते हैं। दिल्ली पहुंचने पर बच्चों ने कुर्ता-पायजामा और फ्रॉक पहने, जिसे भारतीय समुदाय ने उत्साह के साथ देखा।
- **दौरे में भूमिका**: उषा का भारतीय मूल इस दौरे को भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए गर्व का क्षण बनाता है। उनकी उपस्थिति ने भारत में सांस्कृतिक और भावन ात्मक जुड़ाव को बढ़ाया है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि वे अपने आंध्र प्रदेश के रिश्तेदारों से इस दौरे के दौरान मिलेंगी।
---
### **दौरे का विस्तृत कार्यक्रम**
- **21 अप्रैल (दिल्ली)**:
- सुबह 10 बजे: पालम एयरबेस पर आगमन, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने स्वागत किया।
- दोपहर: स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर और भारतीय हस्तशिल्प बाजार का दौरा।
- शाम 6:30 बजे: पीएम मोदी के साथ मुलाकात और रात्रिभोज।
- रात: जयपुर के लिए प्रस्थान।
- **22 अप्रैल (जयपुर)**:
- सुबह: आमेर किला और अन्य ऐतिहासिक स्थलों का दौरा।
- दोपहर: राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में सभा को संबोधन।
- रात: रामबाग पैलेस में रात्रि विश्राम।
- **23 अप्रैल (आगरा और जयपुर)**:
- सुबह: ताजमहल और शिल्पग्राम का दौरा।
- शाम: जयपुर वापसी।
- **24 अप्रैल (जयपुर/प्रस्थान)**:
- सुबह: अतिरिक्त सांस्कृतिक गतिविधियां (यदि कोई)।
- दोपहर: अमेरिका के लिए प्रस्थान।
---
### **दौरे का महत्व और प्रभाव**
- **कूटनीतिक प्रभाव**: यह दौरा भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने और क्वाड गठबंधन को सक्रिय करने की दिशा में एक कदम है। यह दोनों देशों के बीच उच्च-स्तरीय कूटनीति को दर्शाता है।
- **आर्थिक प्रभाव**: व्यापार समझौते और टैरिफ पर सहमति से भारत और अमेरिका के बीच आर्थिक सहयोग बढ़ेगा। यह दौरा ट्रंप की संभावित भारत यात्रा की रूपरेखा भी तैयार कर सकता है।
- **सांस्कृतिक प्रभाव**: उषा वेंस का भारतीय मूल और वेंस परिवार की भारतीय संस्कृति के प्रति रुचि ने इस दौरे को भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए विशेष बनाया है। यह सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देगा।
- **प्रतिक्रियाएं**: भारत में इस दौरे का स्वागत किया गया है, लेकिन विप
जेडी वेंस का भारत दौरा कूटनीति, व्यापार, और सांस्कृतिक जुड़ाव का एक अनूठा मिश्रण है। एक लेखक से उपराष्ट्रपति तक का उनका सफर, उनकी पत्नी उषा वेंस का भारतीय मूल, और उनके परिवार की भारतीय संस्कृति के प्रति रुचि ने इस यात्रा को खास बनाया है। यह दौरा भारत-अमेरिका संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकता है, खासकर व्यापार समझौते और रणनीतिक साझेदारी के संदर्भ में। उषा वेंस की उप स्थिति ने भारतीय-अमेरिकी समुदाय में उत्साह पैदा किया है, और यह दौरा दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और भावनात्मक बंधन को और मजबूत करेगा ।