जयपुर में रामनवमी की धूम: 101 तोपों की सलामी, 56 केक का भोग और भव्य शोभायात्रा के साथ भक्ति में डूबी गुलाबी नगरी
जयपुर में रामनवमी के अवसर पर भव्य आयोजन हो रहे हैं। भगवान राम को 101 तोपों की सलामी दी जाएगी और सीताराम जी को 56 फ्लेवर के केक का भोग लगाया गया। उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कन्या पूजन किया। सूरजपोल अनाज मंडी से चांदपोल बाजार तक भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। मंदिरों को आकर्षक सजावट से संवारा गया है और दिनभर धार्मिक कार्यक्रम होंगे, जिसमें राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी शामिल होंगे। प्रदेश भर में उत्साह के साथ सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

जयपुर/6 अप्रैल 2025: रामनवमी के पावन अवसर पर राजस्थान की राजधानी जयपुर भक्ति और उत्साह के रंग में सराबोर है। गुलाबी नगरी के मंदिरों में भव्य आयोजन और आकर्षक सजावट ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया है। इस खास दिन पर भगवान राम को 101 तोपों की सलामी दी जाएगी, वहीं सीताराम जी को 56 अलग-अलग फ्लेवर के केक का भोग लगाया गया। उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने भी कन्या पूजन कर इस उत्सव में अपनी सहभागिता दर्ज की।
भव्य शोभायात्रा और मंदिरों की अलौकिक सजावट
जयपुर में रामनवमी के मौके पर एक भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया जा रहा है, जो सूरजपोल अनाज मंडी से शुरू होकर चांदपोल बाजार स्थित प्राचीन ठिकाना श्रीरामचंद्रजी मंदिर तक पहुंचेगी। यह शोभायात्रा शाम 4 बजे शुरू होगी और रात 10:30 बजे मंदिर पर समाप्त होगी। यात्रा मार्ग में श्रीरामचरित्र के प्रसंगों पर आधारित झांकियां, विद्युत सजावट वाले रथ, लोकगीत-नृत्य और ढूंढाड़ी संस्कृति की झलकियां आकर्षण का केंद्र होंगी। मंदिर को फूलों, रोशनी और रंग-बिरंगे परदों से अलौकिक रूप से सजाया गया है, जो भक्तों के लिए एक दृश्यात्मक भोज बन गया है।
दिनभर के धार्मिक आयोजन
सुबह 6 बजे मंगला आरती के साथ शुरू हुए आयोजनों की श्रृंखला में ठाकुरजी महाराज का पंचामृत अभिषेक सुबह 11 बजे संपन्न हुआ। दोपहर 2 बजे श्रीरामलला की जन्म आरती और 3:30 बजे राजभोग आरती का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों महिला भक्तों ने हिस्सा लिया। मंदिर में श्रीरामचरितमानस और रामायण का पाठ भी किया जा रहा है, जिससे वातावरण भक्तिमय हो गया है।
101 तोपों की सलामी और महाआरती का भव्य समारोह
देर शाम 7 बजे 101 तोपों की गर्जना के साथ महाआरती का आयोजन होगा, जिसमें राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी शामिल होंगे। इस दौरान हजारों महिलाएं एक साथ आरती करेंगी, जो इस उत्सव को और भी भव्य बनाएगा। राधिका कल्चरल सोसायटी की ओर से सांस्कृतिक संध्या का आयोजन भी होगा, जिसमें भक्ति गीतों और नृत्य की प्रस्तुतियां होंगी। मंदिर में अमरनाथ झांकी भी सजाई गई है, जो श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र है।
सीताराम मंदिर में 56 केक का भोग
जयपुर के सीताराम मंदिर में महंत डॉ. नरेशपुरी महाराज ने महाआरती की। इस मौके पर भगवान सीताराम को 56 अलग-अलग फ्लेवर के केक का भोग लगाया गया, जो इस आयोजन की अनूठी विशेषता रही। मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी और सभी ने इस अलौकिक दृश्य का आनंद लिया।
प्रदेश भर में उत्साह, सुरक्षा के कड़े इंतजाम
रामनवमी का उत्साह केवल जयपुर तक सीमित नहीं है। टोंक में कड़ी सुरक्षा के बीच शोभायात्रा निकाली गई, वहीं दौसा के मेहंदीपुर बालाजी में भी रामनवमी महोत्सव की धूम रही। पूरे प्रदेश में मंदिरों को आकर्षक ढंग से सजाया गया है और धार्मिक आयोजनों के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है, ताकि श्रद्धालु सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से उत्सव मना सकें।
जयपुर में रामनवमी का यह उत्सव न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भी प्रदर्शित करता है। भक्तों का उत्साह और मंदिरों की भव्यता इस पर्व को यादगार बना रही है।