खेलते-खेलते कुएं में गिरी मासूम की जिंदगी: 4 साल के बच्चे को बचाने कूदा बड़ा पिता भी नहीं लौटा

खेलते-खेलते कुएं में गिरी मासूम की जिंदगी: 4 साल के बच्चे को बचाने कूदा बड़ा पिता भी नहीं लौटा

रिपोर्ट जसवंत सिंह शिवकर - केकड़ी जिले के सरवाड़ क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। कीरो की ढाणी में 30 मार्च 2025 को शाम करीब 3:30 बजे एक 4 वर्षीय मासूम बच्चा खेलते-खेलते अचानक खुले कुएं में जा गिरा। उसे बचाने के लिए उसका बड़ा पिता भी कुएं में कूद गया, लेकिन दोनों की जान नहीं बच सकी। करीब पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बच्चे को बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं। 

घटना का पूरा विवरण

कीरो की ढाणी में रहने वाले ओमप्रकाश माली का 4 साल का बेटा रवि अपने बड़े पिता गोपाल माली के मकान के बाहर खेल रहा था। मकान के पास ही एक खुला कुआं था, जिसका कोई सुरक्षा घेरा नहीं था। खेलते समय रवि का संतुलन बिगड़ा और वह कुएं में जा गिरा। बच्चे को गिरते देख गोपाल माली ने बिना देर किए उसे बचाने के लिए कुएं में छलांग लगा दी। लेकिन गहरा कुआं और पानी की वजह से वे भी बाहर नहीं निकल सके।

बचाव कार्य में लगे पांच घंटे

घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस तुरंत हरकत में आ गए। उपखंड अधिकारी गुरु प्रसाद तंवर, डीवाईएसपी हर्षित शर्मा और तहसीलदार बंटी राजपूत मौके पर पहुंचे और बचाव अभियान शुरू किया। सबसे पहले इंजन की मदद से कुएं का पानी बाहर निकाला गया, लेकिन हालात जटिल होने के कारण सिविल डिफेंस की टीम को बुलाया गया। जब इससे भी काम नहीं बना, तो अजमेर से एसडीआरएफ (स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स) की टीम को मौके पर लाया गया। रात करीब 8 बजे, लगभग पांच घंटे की मेहनत के बाद बच्चे को कुएं से निकाला गया। अफसोस, तब तक रवि की जान जा चुकी थी। गोपाल माली को भी गंभीर हालत में बाहर निकाला गया, लेकिन उनकी भी जान नहीं बच सकी।

परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

इस हादसे ने ओमप्रकाश माली के परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया। एक मासूम बच्चे और उसके बड़े पिता की जान जाने से गांव में मातम छा गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि कुएं के खुले होने की वजह से यह हादसा हुआ। प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और क्षेत्र में ऐसे खुले कुओं की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं।