क्रिकेट की मस्ती बनास नदी में बनी त्रासदी: तीन मासूमों की डूबने से मौत, गांव में शोक की लहर
सिरोही जिले के आबूरोड में बुधवार रात बनास नदी में क्रिकेट खेलने के बाद नहाने उतरे तीन मासूम बच्चों—चंदू (14), गलाराम (12) और कालू (10)—की डूबने से मौत हो गई। इनमें गलाराम और कालू सगे भाई थे। देर रात तक घर न लौटने पर परिजनों ने तलाश शुरू की और नदी किनारे बच्चों के कपड़े व क्रिकेट बैट देखकर हादसे का अंदेशा हुआ।

सिरोही जिले के आबूरोड में बुधवार रात एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया, जहां क्रिकेट खेलने के बाद बनास नदी में नहाने उतरे तीन मासूम बच्चों की डूबने से मौत हो गई। इनमें दो सगे भाई भी शामिल थे। देर रात तक बच्चों के घर न लौटने पर परिजनों ने तलाश शुरू की और नदी किनारे उनके कपड़े व क्रिकेट बैट देखकर सन्न रह गए। गोताखोरों की मदद से करीब 50 मिनट के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद तीनों बच्चों के शव नदी के गड्ढे से निकाले गए। इस हादसे ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया।
हादसे का खुलासा: नदी किनारे कपड़े और बैट ने जगाया संदेह
थानाधिकारी हरचंद देवासी ने बताया कि बुधवार रात 9:30 बजे अमरापुरी के पास बनास नदी के किनारे कुछ बच्चों के कपड़े और एक क्रिकेट बैट पड़ा मिला। आसपास के लोगों को संदेह हुआ कि बच्चे नदी में डूब गए होंगे। परिजनों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंची और गोताखोरों को बुलाकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करवाया।
क्रिकेट खेलने निकले थे मासूम, बनास नदी बनी काल
पुलिस के अनुसार, मानपुर हवाई पट्टी के पास रहने वाले तीन बच्चे—चंदू (14) पुत्र राजूराम, गलाराम (12) पुत्र भानाराम और कालू (10) पुत्र भानाराम—बुधवार शाम को क्रिकेट खेलने के लिए घर से निकले थे। गलाराम और कालू सगे भाई थे। खेलने के बाद तीनों बच्चे बनास नदी में नहाने चले गए। जब देर रात तक वे घर नहीं लौटे, तो परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की। खेल के मैदान पर बच्चे नहीं मिले, तो परिजन नदी की ओर बढ़े। वहां बच्चों के कपड़े और क्रिकेट बैट देखकर उनके दिल में डर समा गया।
50 मिनट का रेस्क्यू: एक-एक कर निकाले गए शव
पुलिस की सूचना पर गोताखोरों की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। करीब 50 मिनट की कड़ी मशक्कत के बाद रात 10:30 बजे चंदू का शव नदी के गड्ढे से निकाला गया। इसके बाद 10:40 बजे कालू और 10:52 बजे गलाराम को बाहर निकाला गया। तीनों बच्चों को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। गोताखोरों की टीम में किशन, पप्पू राणा और चेतन शामिल थे, जिन्होंने इस मुश्किल ऑपरेशन को अंजाम दिया।
गांव में मातम, हर आंख नम
हादसे की खबर फैलते ही माउंट आबू सीओ गोमाराम, पार्षद अमर सिंह और मानपुर गांव के सैकड़ों लोग घटनास्थल पर पहुंच गए। बच्चों के शव देखकर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। गांव में हर तरफ सन्नाटा पसर गया और लोग इस दुखद घटना पर विश्वास नहीं कर पा रहे थे। दो सगे भाइयों की एक साथ मौत ने पूरे समुदाय को झकझोर कर रख दिया।
बनास नदी की गहराई बनी खतरा
स्थानीय लोगों के अनुसार, बनास नदी के कुछ हिस्सों में गहरे गड्ढे हैं, जो खतरनाक हो सकते हैं। बच्चों को शायद इसकी जानकारी नहीं थी, और नहाने के दौरान वे इन गड्ढों में फंस गए। इस हादसे ने एक बार फिर नदी में नहाने के खतरों को उजागर किया है।
पुलिस जांच और भविष्य के लिए सबक
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थानाधिकारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह हादसा बच्चों के नदी में नहाने के दौरान गहरे पानी में फंसने के कारण हुआ। इस घटना ने अभिभावकों को अपने बच्चों पर नजर रखने और उन्हें खतरनाक स्थानों से दूर रखने की जरूरत पर जोर दिया है।
यह हादसा न केवल एक परिवार, बल्कि पूरे समाज के लिए एक दुखद चेतावनी है कि मासूमियत भरी मौज-मस्ती कब खतरे में बदल सकती है, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है।