मानवता की मिसाल थानाधिकारी सुरेंद्र चौधरी – वर्दी के पीछे संवेदनशीलता का चेहरा*
थानाधिकारी सुरेंद्र चौधरी और उनकी टीम को सलाम। ऐसे अधिकारी हमारे समाज की असली पूंजी हैं, जो अपने फर्ज से ऊपर उठकर इंसानियत को प्राथमिकता देते हैं।

रिपोर्ट/अर्जुन मानवता की मिसाल थानाधिकारी सुरेंद्र चौधरी – वर्दी के पीछे संवेदनशीलता का चेहरा*
आज जब समाज में आए दिन नकारात्मक खबरें सुर्खियां बनती हैं, वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं जो अपने कार्यों से उम्मीद की रोशनी जलाए रखते हैं। थानाधिकारी श्री सुरेंद्र चौधरी ऐसे ही एक नाम हैं, जिन्होंने यह सिद्ध कर दिया कि पुलिस की वर्दी सिर्फ अनुशासन और सख्ती की नहीं, बल्कि संवेदना और करुणा की भी प्रतीक हो सकती है।
जोधपुर के कापरड़ा थाने में पदस्थापित श्री सुरेंद्र चौधरी का एक वीडियो हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वे आत्महत्या का प्रयास कर रहे एक व्यक्ति की जान बचाते नजर आते हैं। वह व्यक्ति मानसिक रूप से टूट चुका था, जीवन से हार मान बैठा था, लेकिन सुरेंद्र जी ने न केवल तत्परता से उसे बचाया, बल्कि उसके मानसिक और भावनात्मक संबल का भी पूरा ख्याल रखा।
इस घटना ने पूरे प्रदेश ही नहीं, देशभर में सुरेंद्र चौधरी को मानवता का प्रहरी बना दिया है। यह एक ऐसा उदाहरण है जो दर्शाता है कि पुलिस का काम केवल अपराधियों को पकड़ना नहीं, बल्कि ज़रूरतमंदों के लिए संबल बनना भी है।
उनकी इस मानवीय पहल ने समाज के भीतर पुलिस के प्रति विश्वास को गहरा किया है। यह घटना एक प्रेरणा है, खासकर उन युवा अधिकारियों के लिए, जो व्यवस्था का हिस्सा बनना चाहते हैं पर मानवीय मूल्यों को भी साथ लेकर चलना चाहते हैं।
थानाधिकारी सुरेंद्र चौधरी और उनकी टीम को सलाम। ऐसे अधिकारी हमारे समाज की असली पूंजी हैं, जो अपने फर्ज से ऊपर उठकर इंसानियत को प्राथमिकता देते हैं।
*सेल्युट टू द रियल हीरो –सुरेंद्र जी चौधरी।*