पहलगाम के गुनहगारों को मिट्टी में मिलाएंगे, भारत की आत्मा पर हमला बर्दाश्त नहीं": PM मोदी का मधुबनी से कड़ा संदेश
पहलगाम आतंकी हमले के बाद 24 अप्रैल, 2025 को बिहार के मधुबनी में पीएम नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि दोषियों को "मिट्टी में मिलाया जाएगा" और उन्हें "कल्पना से भी बड़ी सजा" दी जाएगी।

रिपोर्ट जसवंत सिंह शिवकर - मधुबनी, बिहार: 22 अप्रैल, 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोगों की जान गई, के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को बिहार के मधुबनी में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के मंच से आतंकियों और उनके आकाओं को कड़ा संदेश दिया। पीएम ने हिंदी और अंग्रेजी में बोलते हुए न केवल भारत की एकजुटता और संकल्प को रेखांकित किया, बल्कि वैश्विक समुदाय को भी आतंकवाद के खिलाफ भारत के अटल रुख से अवगत कराया।
आतंकियों को चेतावनी: "कल्पना से भी बड़ी सजा"
मधुबनी की सभा में पीएम मोदी ने कहा, "पहलगाम के दोषियों को मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है। आतंकियों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी।" उन्होंने जोर देकर कहा कि यह हमला सिर्फ निहत्थे पर्यटकों पर नहीं, बल्कि "भारत की आत्मा" पर था। "जिन्होंने यह हमला किया और इसकी साजिश रची, उन्हें धरती के अंतिम छोर तक खदेड़ा जाएगा। भारत की आत्मा को आतंकवाद कभी नहीं तोड़ सकता," पीएम ने दृढ़ता से कहा।
देश की एकता और दर्द को बयां किया
पीएम ने हमले में जान गंवाने वालों की विविधता को रेखांकित करते हुए कहा, "इस आतंकी हमले में किसी ने अपना बेटा खोया, किसी ने भाई, किसी ने जीवनसाथी। कोई बांग्ला बोलता था, कोई कन्नड़, कोई गुजराती था, कोई बिहार का लाल था। आज कारगिल से कन्याकुमारी तक हमारा दुख और आक्रोश एक जैसा है।" उन्होंने पूरे देश को एकजुट बताते हुए कहा कि 140 करोड़ भारतीयों की इच्छाशक्ति आतंक के आकाओं की कमर तोड़ेगी।
वैश्विक मंच पर अंग्रेजी में संदेश
विश्व समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने हिंदी से अंग्रेजी में स्विच कर एक मजबूत संदेश दिया: "Today, from the soil of Bihar, I say to the whole world, India will identify, track, and punish every terrorist and their backers. We will pursue them to the ends of the Earth. India's spirit will never be broken by terrorism. Terrorism will not go unpunished." उन्होंने यह भी कहा कि न्याय सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा और मानवता में विश्वास रखने वाला हर व्यक्ति भारत के साथ है। पीएम ने उन देशों और नेताओं का आभार जताया जो इस मुश्किल घड़ी में भारत के साथ खड़े हैं।
"यह हमला भारत की आत्मा पर": जीरो टॉलरेंस की नीति
मोदी ने स्पष्ट किया कि पहलगाम का हमला भारत के दुश्मनों द्वारा देश की आत्मा पर किया गया दुस्साहस है। "यह सिर्फ पर्यटकों पर हमला नहीं, बल्कि भारत की आस्था और एकता को चुनौती देने की कोशिश है। आतंकवाद के खिलाफ हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति अडिग है। न तो हमला करने वाले बचेंगे, न ही साजिश रचने वाले," उन्होंने कहा। पीएम ने यह भी उल्लेख किया कि सरकार घायलों के इलाज और पीड़ित परिवारों की हरसंभव मदद के लिए प्रतिबद्ध है।
मधुबनी में विकास परियोजनाओं का उद्घाटन
आतंकवाद के खिलाफ कड़े संदेश के साथ-साथ, पीएम ने मधुबनी में 13,480 करोड़ रुपये से अधिक की बुनियादी ढांचा, रेलवे, ऊर्जा और आवास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने 2 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूहों को 930 करोड़ रुपये के लाभ वितरित किए और 15 लाख नए पीएमएवाई-जी लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र सौंपे।
वैश्विक और राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ 1960 के सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और अटारी सीमा को बंद कर दिया। विदेश सचिव विक्रम मिश्रा ने कहा कि हमले के "सीमा पार संबंध" सामने आए हैं। नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली और सऊदी अरब ने हमले की निंदा करते हुए भारत के साथ एकजुटता जताई। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी हमले की निंदा की और कहा कि पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है।
मधुबनी से आतंकियों को अंतिम चेतावनी
पीएम मोदी का यह भाषण न केवल भारत के नागरिकों के लिए, बल्कि वैश्विक समुदाय और आतंकवाद के समर्थकों के लिए एक स्पष्ट चेतावनी था। "आतंकवाद की बची-खुची जमीन को मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है। 140 करोड़ भारतीयों का संकल्प आतंक के आकाओं को नेस्तनाबूद कर देगा," उन्होंने कहा। सभा में मौजूद लोगों ने तालियों और नारों के साथ पीएम के इस संदेश का स्वागत किया।