"प्राइवेट पार्ट में छुपा 70 लाख का सोना: जयपुर एयरपोर्ट पर DRI ने मास्टरमाइंड अजय फगोड़िया सहित दो को दबोचा"
(DRI) की टीम ने गुरुवार, 27 मार्च 2025 की सुबह बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 70 लाख रुपये कीमत के गोल्ड पेस्ट को बरामद किया। यह सोना एक यात्री के प्राइवेट पार्ट में छुपाया गया था

रिपोर्ट जसवंत सिंह शिवकर - जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक बार फिर सोने की तस्करी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) की टीम ने गुरुवार, 27 मार्च 2025 की सुबह बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 70 लाख रुपये कीमत के गोल्ड पेस्ट को बरामद किया। यह सोना एक यात्री के प्राइवेट पार्ट में छुपाया गया था, जिसे जांच के दौरान पकड़ा गया। इस ऑपरेशन में DRI ने न सिर्फ तस्कर को हिरासत में लिया, बल्कि इस पूरे रैकेट के कथित मास्टरमाइंड अजय फगोड़िया को भी गिरफ्तार किया है।
कैसे हुआ खुलासा?
सूत्रों के मुताबिक, DRI को पहले से ही शारजाह से जयपुर आने वाली एक फ्लाइट में सोने की तस्करी की गोपनीय सूचना मिली थी। फ्लाइट के जयपुर एयरपोर्ट पर उतरते ही DRI की टीम ने संदिग्ध यात्री पर नजर रखी। सामान की जांच में कुछ नहीं मिला, लेकिन यात्री के व्यवहार से शक गहराया। इसके बाद एक्स-रे स्कैन और गहन तलाशी में पता चला कि उसने अपने रेक्टम में गोल्ड पेस्ट के रूप में 772 ग्राम सोना छुपाया था। बाजार में इस सोने की कीमत लगभग 69.40 से 70 लाख रुपये आंकी जा रही है।
मास्टरमाइंड अजय फगोड़िया की एंट्री
इस कार्रवाई की सबसे बड़ी सफलता रही अजय फगोड़िया की गिरफ्तारी। DRI के अनुसार, अजय इस तस्करी का मास्टरमाइंड है और उसी फ्लाइट में यात्री के साथ मौजूद था। सूत्र बताते हैं कि अजय लंबे समय से सोने की तस्करी के धंधे में सक्रिय है और इसके नेटवर्क में कई बड़े नाम शामिल हो सकते हैं। DRI की टीम अब उससे पूछताछ कर रही है, जिससे इस रैकेट के पीछे के पूरे सिंडिकेट का पर्दाफाश होने की उम्मीद जताई जा रही है।
तस्करी का अनोखा तरीका
तस्करों ने इस बार सोने को पेस्ट के रूप में तैयार कर कैप्सूल में भरा और उसे प्राइवेट पार्ट में छुपाया, ताकि स्कैनर से बच सकें। लेकिन DRI की सतर्कता और आधुनिक तकनीक के आगे उनकी चाल नाकाम रही। यह पहला मौका नहीं है जब जयपुर एयरपोर्ट पर इस तरह की तस्करी पकड़ी गई हो। पिछले कुछ महीनों में भी कई बार कस्टम और DRI की टीमों ने तस्करों को पकड़ा है, लेकिन इस बार मास्टरमाइंड तक पहुंचना बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।