प्रिंसिपल की बर्बरता: 8वीं की छात्रा को पीवीसी पाइप से पीटा, हाथों में सूजन, दी धमकी- 'घर पर बताया तो फिर मारूंगा'"
एक प्राइवेट स्कूल के प्रिंसिपल की क्रूरता का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोप है कि प्रिंस स्कूल के प्रिंसिपल चरणजीत सिंह ने 8वीं कक्षा की एक नाबालिग छात्रा निकिता की पीवीसी पाइप से बेरहमी से पिटाई की

रिपोर्ट जसवंत सिंह - डीडवाना कुचामन जिले के छोटू खाटू गांव में एक प्राइवेट स्कूल के प्रिंसिपल की क्रूरता का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोप है कि प्रिंस स्कूल के प्रिंसिपल चरणजीत सिंह ने 8वीं कक्षा की एक नाबालिग छात्रा निकिता की पीवीसी पाइप से बेरहमी से पिटाई की, जिससे उसके दोनों हाथों और अंगूठे में गंभीर सूजन आ गई। घटना गुरुवार, 20 मार्च 2025 को हुई, जब छात्रा अपनी बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए स्कूल पहुंची थी। परिजनों ने इस मामले में खुनखुना थाने में शिकायत दर्ज कराई है और सख्त कार्रवाई की मांग की है।
क्या हुआ उस दिन?
परिजनों के अनुसार, निकिता सुबह 7:30 बजे स्कूल बस से छोटू खाटू स्थित प्रिंस स्कूल गई थी। वहां 11 बजे इंग्लिश की क्लास के दौरान प्रिंसिपल चरणजीत सिंह अचानक हाथ में पीवीसी पाइप लेकर कक्षा में दाखिल हुए। शिकायत में बताया गया कि प्रिंसिपल ने पहले छात्रा के साथ अभद्र व्यवहार किया और फिर बिना किसी स्पष्ट कारण के उस पर पीवीसी पाइप से ताबड़तोड़ प्रहार शुरू कर दिए। छात्रा की चीख-पुकार के बावजूद प्रिंसिपल का गुस्सा शांत नहीं हुआ। मारपीट के बाद उन्होंने उसे धमकी दी, "अगर यह बात घर पर बताई तो कल फिर से पीटूंगा।" डरी-सहमी निकिता किसी तरह घर पहुंची, जहां उसकी हालत देखकर परिजनों के होश उड़ गए।
परिजनों का आरोप
निकिता के ताऊ ने खुनखुना थाने में दी गई रिपोर्ट में कहा, "मेरे छोटे भाई की बेटी के साथ स्कूल में ऐसी क्रूरता हुई कि उसके दोनों हाथों पर गहरे निशान और सूजन साफ दिखाई दे रही है। प्रिंसिपल ने न सिर्फ उसे पीटा, बल्कि डराने-धमकाने की कोशिश भी की ताकि वह चुप रहे। हम अपनी बेटी को पढ़ाई के लिए भेजते हैं, न कि ऐसी हिंसा सहने के लिए।" परिजनों का यह भी कहना है कि प्रिंसिपल का यह व्यवहार पहली बार नहीं देखा गया, पहले भी वह बच्चों के साथ सख्ती बरतते रहे हैं, लेकिन इस बार हद पार हो गई।
पुलिस की कार्रवाई
खुनखुना थानाधिकारी देवीलाल बिश्नोई ने बताया कि नाबालिग के ताऊ की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है और प्रिंसिपल चरणजीत सिंह से पूछताछ की तैयारी कर रही है। थानाधिकारी ने कहा, "हम छात्रा की मेडिकल जांच करवाएंगे ताकि चोटों की गंभीरता का पता चल सके। इसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।" हालांकि, अभी तक प्रिंसिपल की गिरफ्तारी नहीं हुई है, जिससे परिजनों में नाराजगी बढ़ रही है।
स्कूल में दहशत का माहौल
घटना के बाद प्रिंस स्कूल के अन्य छात्रों और अभिभावकों में भी डर का माहौल है। कुछ बच्चों ने बताया कि प्रिंसिपल का गुस्सा अक्सर देखने को मिलता है, लेकिन इस बार उनकी हिंसा ने सबको स्तब्ध कर दिया। एक अभिभावक ने कहा, "हम अपने बच्चों को स्कूल इसलिए भेजते हैं कि वे सुरक्षित रहें और पढ़ाई करें, लेकिन अगर प्रिंसिपल ही ऐसी हरकत करेगा तो हम भरोसा कैसे करें?"
स्कूल प्रशासन का मौन
अब तक प्रिंस स्कूल प्रशासन या प्रिंसिपल चरणजीत सिंह की ओर से इस मामले पर कोई सफाई नहीं आई है। स्कूल प्रबंधन की चुप्पी ने परिजनों और स्थानीय लोगों के गुस्से को और भड़का दिया है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही कार्रवाई नहीं हुई तो वे स्कूल के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।