राजस्थान में ACB का 'ऑपरेशन बेखौफ': PHED इंजीनियर अशोक जांगिड़ के ठिकानों पर मेगा रेड, 11.50 करोड़ की अवैध संपत्ति उजागर

राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने PHED के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर अशोक जांगिड़ के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में 6 जिलों (जयपुर, उदयपुर, अजमेर, टोंक, कोटपूतली, बांसवाड़ा) के 19 ठिकानों पर छापेमारी की। जांगिड़, उनकी पत्नी सुनीता शर्मा और बेटे निखिल के नाम पर 54 अचल संपत्तियां (मकान, दुकानें, फार्महाउस, खनिज लीज) और 11.50 करोड़ रुपये की संपत्ति (आय से 161% अधिक) पाई गई। 250+ अधिकारियों की टीम ने 22 बैंक खातों (21 लाख रुपये), खनन मशीनरी और शिक्षा पर 30 लाख रुपये के खर्च के सबूत जुटाए। जांच में बेनामी लेनदेन और शेल कंपनियों की आशंका है।

राजस्थान में ACB का 'ऑपरेशन बेखौफ': PHED इंजीनियर अशोक जांगिड़ के ठिकानों पर मेगा रेड, 11.50 करोड़ की अवैध संपत्ति उजागर

जयपुर, 20 अप्रैल 2025: राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग (PHED) के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर (SE) अशोक जांगिड़ के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में रविवार तड़के एक बड़े पैमाने पर छापेमारी शुरू की। यह कार्रवाई जयपुर, कोटपूतली, अजमेर, टोंक, उदयपुर और बांसवाड़ा सहित छह जिलों के 19 ठिकानों पर चल रही है। ACB की इस कार्रवाई, जिसे 'ऑपरेशन बेखौफ' नाम दिया गया है, में 250 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं। जांगिड़ वर्तमान में बांसवाड़ा में तैनात हैं।

11.50 करोड़ की संपत्ति, आय से 161% अधिक

ACB को गोपनीय सूचना मिली थी कि जांगिड़ ने सरकारी सेवा में रहते हुए 11.50 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की, जो उनकी ज्ञात आय से 161% अधिक है। इस सूचना के आधार पर ACB ने व्यापक जांच शुरू की और रविवार सुबह छापेमारी की। सर्च ऑपरेशन में जांगिड़, उनकी पत्नी सुनीता शर्मा और बेटे निखिल जांगिड़ के नाम पर 54 अचल संपत्तियां पाई गईं, जिनमें मकान, दुकानें, फार्महाउस, खनिज लीज और व्यावसायिक जमीनें शामिल हैं।

कहां-क्या मिला: संपत्तियों का विशाल साम्राज्य

ACB की छापेमारी में जांगिड़ और उनके परिवार के नाम पर निम्नलिखित संपत्तियां और निवेश उजागर हुए:

जांगिड़ के नाम: जयपुर और पावटा में मकान, कैमरिया (पावटा) में फार्महाउस।

पत्नी सुनीता शर्मा के नाम: जयपुर के बनीपार्क और बिन्दायका में दुकानें।

बेटे निखिल जांगिड़ के नाम: उदयपुर, मालपुरा (टोंक), अजमेर और बुचारा (पावटा) में 5 खनिज लीज, श्रीमाधोपुर (सीकर) में व्यावसायिक जमीन, और खनिज व ग्राइंडिंग उद्योग के लिए जमीन।

खनन में भारी निवेश: निखिल के नाम पर उदयपुर में UN MINERALS नामक फर्म के तहत खनिज लीजों में क्रेशर, पोकलेन मशीन, एलएंडटी उपकरण, ब्लास्टिंग टूल्स और डंपर जैसी उच्च मूल्य की मशीनरी में करोड़ों रुपये का निवेश।

बैंक खाते और नकदी: जांगिड़ और उनके परिवार के नाम पर 22 बैंक खातों में 21 लाख रुपये की राशि।

शिक्षा पर खर्च: बेटे और बेटी की स्कूली शिक्षा, कोचिंग और उच्च शिक्षा पर लगभग 30 लाख रुपये का खर्च।

छापेमारी का दायरा: 6 जिलों में 19 ठिकाने

ACB की टीमें निम्नलिखित स्थानों पर दस्तावेजों और सबूतों की जांच में जुटी हैं:

जयपुर: जांगिड़ का निवास, बनीपार्क, बिन्दायका, मौजमाबाद, और उप-पंजीयक कार्यालय।

पावटा (कोटपूतली): फार्महाउस, व्यावसायिक जमीन, और खनन लीज।

उदयपुर: खान एवं भू-विज्ञान विभाग का जोन ऑफिस, झाड़ोल के कोच्छला, और जावद में खनिज लीज।

अजमेर, टोंक (मालपुरा), बांसवाड़ा: PHED कार्यालय और अन्य संपत्तियां।

श्रीमाधोपुर (सीकर) और श्रीमोहनगढ़ (जैसलमेर): व्यावसायिक जमीन और अन्य संपत्तियां।

उदयपुर में खान एवं भू-विज्ञान विभाग के जोन ऑफिस में टीमें जांगिड़ के परिवार के नाम पर दर्ज खनिज लीजों के दस्तावेज खंगाल रही हैं। इसके अलावा, उप-पंजीयक कार्यालयों और खनन विभाग से भी दस्तावेज जब्त किए जा रहे हैं।

बेनामी लेनदेन और शेल कंपनियों की आशंका

ACB अधिकारियों ने संकेत दिया है कि इस मामले में बेनामी लेनदेन और शेल कंपनियों के उपयोग की संभावना है। जांच के दौरान और भी खुलासे होने की उम्मीद है। यह मामला राजस्थान के PHED विभाग में अब तक के सबसे बड़े आय से अधिक संपत्ति के मामलों में से एक हो सकता है।

ACB का 'ऑपरेशन बेखौफ'

ACB के महानिदेशक रवि प्रकाश मेहरड़ा ने कहा, "हमने गोपनीय सूचना के आधार पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। जांगिड़ और उनके परिवार की संपत्तियों की जांच जारी है, और हम भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध हैं।" इस ऑपरेशन को 'बेखौफ' नाम दिया गया है, जो भ्रष्टाचारियों के लिए उलटी गिनती शुरू होने का संदेश देता है।