सहेली के भाई की साजिश: कोटा में नाबालिग का अपहरण और 3 दिन तक गैंगरेप"

कोटा में 14 साल की एक नाबालिग लड़की को उसकी सहेली के भाई और उसके दोस्तों ने अपहरण कर 3 दिन तक बंधक बनाया और उसके साथ गैंगरेप किया। पुलिस ने इस मामले में POCSO एक्ट के तहत केस दर्ज किया है, जांच शुरू कर दी है और पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया गया है।

सहेली के भाई की साजिश: कोटा में नाबालिग का अपहरण और 3 दिन तक गैंगरेप"

कोटा में एक 14 साल की नाबालिग के साथ हुई इस भयावह घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। इस मामले में उसकी सहेली के भाई और उसके दोस्तों ने मिलकर न सिर्फ उसे किडनैप किया, बल्कि 3 दिन तक बंधक बनाकर उसके साथ गैंगरेप भी किया। पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है और पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया गया है। आइए, इस घटना को 5 बिंदुओं में विस्तार से समझते हैं:

1. पढ़ने-खेलने के बहाने घर बुलाया

कोटा में रहने वाली 14-15 साल की यह किशोरी अपनी मां के साथ रहती थी। 2 अप्रैल को उसकी मां को किसी काम से शहर से बाहर जाना पड़ा, इसलिए उन्होंने अपनी बेटी को दादा-दादी के पास छोड़ दिया। अगले दिन, 3 अप्रैल को नाबालिग की सहेली ने फोन कर उसे दोपहर में पढ़ने-खेलने के लिए अपने घर बुलाया। परिवार को इस आमंत्रण पर कोई शक नहीं हुआ।

2. घर छोड़ने के बहाने अपहरण और बंधक

दिनभर खेलने के बाद शाम को सहेली ने अपने भाई से कहा कि वह उसकी सहेली को घर छोड़ दे। लेकिन सहेली के भाई ने इस मौके का गलत फायदा उठाया। उसने नाबालिग को घर छोड़ने के बजाय अपने दोस्तों के पास ले जाकर किडनैप कर लिया। 3 अप्रैल की रात को आरोपियों ने उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। इसके बाद 4, 5 और 6 अप्रैल तक उसे एक गोदाम और अन्य जगहों पर बंधक बनाकर रखा गया, जहां अलग-अलग आरोपियों ने उसका कई बार शोषण किया।

3. पुलिस का दबाव और आरोपियों का फरार होना

6 अप्रैल को नाबालिग की मां कोटा लौटीं और अपनी बेटी को न पाकर परेशान हो गईं। पहले उन्होंने खुद तलाश की, फिर पुलिस में शिकायत दर्ज की। पुलिस ने दो थानों की टीम बनाकर 6-10 घंटे तक छानबीन की। जब पुलिस ने सहेली के भाई और उसके दोस्तों की तलाश शुरू की और उनके घरों पर दबिश दी, तो आरोपी घबरा गए। दबाव में आकर उन्होंने नाबालिग को उसकी सहेली के घर छोड़ दिया और फरार हो गए। पुलिस ने पीड़िता को बदहवास हालत में बरामद किया और POCSO एक्ट के तहत केस दर्ज किया।

4. सहेली के भाई का लापता होना बना सुराग

जांच के दौरान मां ने पुलिस को सहेली के बारे में बताया। जब पुलिस सहेली के घर पहुंची, तो उसने कहा कि उसने अपने भाई से अपनी सहेली को घर छोड़ने को कहा था। लेकिन भाई के घर से गायब होने पर पुलिस को शक हुआ। यह लापता होना ही पुलिस के लिए एक बड़ा सुराग बना, जिससे जांच आगे बढ़ी।

5. पुलिस ने शुरू की कार्रवाई, जल्द होगी गिरफ्तारी

पुलिस ने तुरंत पीड़िता की देखभाल को प्राथमिकता दी। उसका मेडिकल परीक्षण कराया गया, जिसमें वह डॉक्टर्स की निगरानी में स्वस्थ पाई गई। पीड़िता के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। डीएसपी योगेश शर्मा ने बताया कि आरोपियों की उम्र की जांच उनकी गिरफ्तारी के बाद होगी, ताकि यह पता चले कि वे नाबालिग हैं या बालिग। पुलिस का कहना है कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।