थार के रेगिस्तान में इलेक्ट्रिक ट्रेनों की नई रफ्तार: बाड़मेर-हावड़ा सुपरफास्ट ने रचा इतिहास
बाड़मेर-हावड़ा सुपरफास्ट ट्रेन 12 अप्रैल 2025 से इलेक्ट्रिक इंजन के साथ संचालित होगी, जिससे बाड़मेर को हावड़ा से सीधी इलेक्ट्रिक रेल कनेक्टिविटी मिलेगी। उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल के समदड़ी-बाड़मेर रेल खंड पर विद्युतीकरण पूरा होने के बाद यह पहल शुरू हुई है।

रिपोर्ट जसवंत सिंह शिवकर - सीमांत बाड़मेर आज से देश के पूर्वी छोर हावड़ा के साथ इलेक्ट्रिक ट्रेन की सीधी कनेक्टिविटी से जुड़ गया है। उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल के समदड़ी-बाड़मेर रेल मार्ग पर शनिवार, 12 अप्रैल 2025 से इलेक्ट्रिक ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया है। इस ऐतिहासिक शुरुआत के साथ बाड़मेर-हावड़ा सुपरफास्ट ट्रेन (12324) पहली बार इलेक्ट्रिक इंजन के साथ रेगिस्तान की रेत को चीरते हुए हावड़ा की ओर रवाना होगी। यह न केवल रेलवे के आधुनिकीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि पर्यावरण के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इलेक्ट्रिक इंजन डीजल की तुलना में कम प्रदूषण फैलाते हैं।
पहली इलेक्ट्रिक यात्रा: बाड़मेर-हावड़ा सुपरफास्ट
जोधपुर मंडल के डीआरएम अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि समदड़ी-बाड़मेर रेल खंड के विद्युतीकरण के बाद अब बाड़मेर-हावड़ा सुपरफास्ट ट्रेन (12324) शनिवार से इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव के साथ संचालित होगी। यह ट्रेन बाड़मेर से सुबह रवाना होकर हावड़ा तक अपनी पूरी यात्रा इलेक्ट्रिक इंजन से तय करेगी। इसी तरह, हावड़ा से 11 अप्रैल को रवाना हुई ट्रेन 12323 हावड़ा-बाड़मेर सुपरफास्ट भी पूर्ण रूप से इलेक्ट्रिक इंजन से बाड़मेर तक पहुंचेगी।
अब तक यह ट्रेन बाड़मेर से जोधपुर के बीच डीजल इंजन से चलती थी, जिसके कारण समय और ईंधन की खपत अधिक होती थी। इलेक्ट्रिक इंजन के उपयोग से न केवल यात्रा की गति बढ़ेगी, बल्कि परिचालन लागत में भी कमी आएगी। डीआरएम ने कहा, "यह बाड़मेर के लिए गर्व का क्षण है। जोधपुर-समदड़ी-भीलड़ी मार्ग पर पहले ही इलेक्ट्रिक ट्रेनें चल रही हैं, और अब बाड़मेर-हावड़ा के बीच यह नई शुरुआत क्षेत्र की रेल कनेक्टिविटी को और मजबूत करेगी।"
चरणबद्ध तरीके से अन्य ट्रेनों का भी होगा कायाकल्प
बाड़मेर-हावड़ा सुपरफास्ट के बाद रेलवे ने अन्य ट्रेनों को भी इलेक्ट्रिक इंजन से संचालित करने की योजना बनाई है। इस क्रम में:
ट्रेन 12997/12998 (बांद्रा टर्मिनस-बाड़मेर-बांद्रा टर्मिनस): यह ट्रेन 16 अप्रैल 2025 से इलेक्ट्रिक लोको से चलेगी।
ट्रेन 21901/21902 (बाड़मेर-बांद्रा टर्मिनस एक्सप्रेस): यह 18 अप्रैल 2025 से इलेक्ट्रिक इंजन के साथ संचालित होगी।
रेलवे के अनुसार, अन्य ट्रेनों का ट्रैक्शन भी चरणबद्ध तरीके से बदला जाएगा। इससे बाड़मेर से देश के विभिन्न हिस्सों को जोड़ने वाली ट्रेनें अधिक कुशल और पर्यावरण-अनुकूल हो जाएंगी।
इलेक्ट्रिफिकेशन का सफर: जोधपुर मंडल की उपलब्धि
जोधपुर मंडल ने रेल विद्युतीकरण के क्षेत्र में तेजी से प्रगति की है। समदड़ी-बाड़मेर खंड के विद्युतीकरण से पहले जोधपुर-समदड़ी-भीलड़ी मार्ग पर इलेक्ट्रिक ट्रेनों का संचालन शुरू हो चुका था। इस नए खंड के जुड़ने से बाड़मेर अब पश्चिमी राजस्थान के उन चुनिंदा क्षेत्रों में शामिल हो गया है, जहां इलेक्ट्रिक रेल परिवहन की सुविधा उपलब्ध है।
डीआरएम त्रिपाठी ने कहा, "विद्युतीकरण से न केवल यात्रियों को तेज और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा, बल्कि रेलवे का कार्बन फुटप्रिंट भी कम होगा। यह रेलवे के 'नेट जीरो' मिशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।"
यात्रियों के लिए क्या बदलेगा?
इलेक्ट्रिक ट्रेनों के संचालन से यात्रियों को कई फायदे होंगे:
तेज यात्रा: इलेक्ट्रिक इंजन की उच्च गति और बेहतर त्वरण क्षमता के कारण ट्रेनें कम समय में गंतव्य तक पहुंचेंगी।
कम किराया: डीजल की तुलना में इलेक्ट्रिक इंजन की परिचालन लागत कम होने से भविष्य में किराए में कमी की संभावना है।
पर्यावरण संरक्षण: कम प्रदूषण के साथ यात्रा पर्यावरण के प्रति जागरूक यात्रियों के लिए एक सकारात्मक बदलाव होगा।
बेहतर विश्वसनीयता: इलेक्ट्रिक इंजन कम रखरखाव और अधिक विश्वसनीयता प्रदान करते हैं, जिससे ट्रेनों का संचालन समय पर होगा।
बाड़मेर का गौरव, देश का विकास
बाड़मेर, जो अपनी सीमांत स्थिति और रेगिस्तानी सुंदरता के लिए जाना जाता है, अब रेलवे के आधुनिकीकरण के नक्शे पर एक नया अध्याय लिख रहा है। बाड़मेर-हावड़ा सुपरफास्ट का इलेक्ट्रिक इंजन से संचालन न केवल स्थानीय निवासियों के लिए गर्व का विषय है, बल्कि यह देश के सुदूर हिस्सों को जोड़ने की रेलवे की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
आने वाले दिनों में, जैसे-जैसे अन्य ट्रेनें भी इलेक्ट्रिक इंजन से चलेंगी, बाड़मेर रेल मार्ग न केवल यात्रियों के लिए, बल्कि माल परिवहन और आर्थिक विकास के लिए भी एक महत्वपूर्ण धुरी बन जाएगा। यह बदलाव निश्चित रूप से थार के रेगिस्तान में रेलवे की नई चमक को और बढ़ाएगा।