थैली में बहन का कटा पैर लेकर पहुंचा भाईः एक्सीडेंट में 14 साल की लड़की का पैर कटकर सड़क पर गिरा; डॉक्टर बोले-जोड़ना संभव नहीं

पाली में सड़क हादसे में 15 साल की लड़की का पैर कटकर अलग हो गया। घबराए परिजन उसे सरकारी हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। लड़की के साथ उसके मामा का लड़का भी था, वह थैली में बहन का कटा पैर डालकर लाया।

थैली में बहन का कटा पैर लेकर पहुंचा भाईः  एक्सीडेंट में 14 साल की लड़की का पैर कटकर सड़क पर गिरा; डॉक्टर बोले-जोड़ना संभव नहीं
मनीषा के पैर का पंजा अलग हो गया । नसे डैमेज होने के कारण उसे दोबारा नहीं जोड़ा जा सकता।
थैली में बहन का कटा पैर लेकर पहुंचा भाईः  एक्सीडेंट में 14 साल की लड़की का पैर कटकर सड़क पर गिरा; डॉक्टर बोले-जोड़ना संभव नहीं

रिपोर्ट जसवंत सिंह - पाली में सड़क हादसे में 15 साल की लड़की का पैर कटकर अलग हो गया। घबराए परिजन उसे सरकारी हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। लड़की के साथ उसके मामा का लड़का भी था, वह थैली में बहन का कटा पैर डालकर लाया।

परिवार के लोगों ने डॉक्टर से ऑपरेशन कर पैर जोड़ने के लिए कहा, लेकिन डॉक्टर ने पैर दोबारा जोड़ने के लिए मना कर दिया। डॉक्टर ने कहा- पैर की ज्यादातर नसें डैमेज हो चुकी है, ऐसे में जुड़ना संभव नहीं है। हादसा शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे जैतपुर गांव के पास हुआ।

तेज रफ्तार पिकअप से कटा पैर जानकारी के अनुसार, मनीषा (14) पुत्री शंकरलाल निवासी जैतपुर (पाली) 11वीं क्लास में पढ़ती है। वह शुक्रवार को अपनी मां के साथ टेंपो में बैठकर अपने ननिहाल धोलैरिया शासन जा रही थी। टेंपो में करीब 8 से 10 सवारियां बैठी थीं। इस दौरान वह टेंपो के गेट के पास बैठी थी और पैर बाहर निकला हुआ था।

जैतपुर गांव के बाहर गैस सिलेंडर से भरी पिकअप तेज रफ्तार में टेंपो के पास से निकली। इस दौरान पिकअप की चपेट में आने से मनीषा का पैर (टखने से नीचे का हिस्सा) कटकर सड़क पर गिर गया। पैर कटते ही मनीषा जोर-जोर से चीखने और चिल्लाने लगी।

परिवार के लोगों ने मनीषा के पैर के कटे हिस्से को थैली में डाला और मनीषा को बांगड़ हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। परिजनों ने डॉक्टर से पैर का कटा हिस्सा जोड़ने के लिए कहा। लड़की की हालत देख डॉक्टर ने पैर दोबारा जोड़ने के लिए मना कर दिया।

नसें डैमेज, ऑपरेशन कर पैर जोड़ना संभव नहीं

बांगड़ हॉस्पिटल के डॉ. सुखदेव चौधरी का कहना है- मरीज का पैर जिस तरह से कटा है, उसे वापस जोड़ना संभव नहीं है। क्योंकि पैर की ज्यादातर नसें डैमेज हो चुकी हैं।

पिकअप ड्राइवर की लापरवाही से अपाहिज हुई बहन

मनीषा के मामा के लड़के विक्रम ने कहा- पिकअप सवार ड्राइवर की लापरवाही से उसकी बहन अपाहिज हुई है। उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए और परिवार को मदद मिलनी चाहिए।