थ्रेशर की चपेट में किसान की दर्दनाक मौत: शरीर के टुकड़े-टुकड़े, गांव में मचा कोहराम
सवाई माधोपुर के मलारना डूंगर इलाके में गुरुवार देर रात 2-3 बजे के बीच एक दर्दनाक हादसे में किसान घनश्याम (45) की थ्रेशर मशीन की चपेट में आने से मौत हो गई। गेहूं की कटाई के दौरान उनका गमछा मशीन के पट्टे में फंस गया, जिससे उनका शरीर टुकड़ों में बंट गया। मशीन में फंसे टुकड़ों को निकालकर कट्टे में इकट्ठा किया गया और पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया। इस भयावह घटना ने गांव में कोहराम मचा दिया और मशीनों की सुरक्षा पर सवाल उठाए।

सवाई माधोपुर के मलारना डूंगर इलाके में गुरुवार देर रात एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया। गेहूं की कटाई के दौरान थ्रेशर मशीन की चपेट में आने से 45 वर्षीय किसान घनश्याम की दर्दनाक मौत हो गई। हादसा इतना भयावह था कि किसान के शरीर के टुकड़े-टुकड़े हो गए और मशीन में बुरी तरह फंस गए। मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक, यह नजारा देखकर हर किसी का कलेजा मुंह को आ गया।
रात 2 से 3 बजे के बीच हुआ हादसा
मलारना डूंगर थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया कि यह हादसा गुरुवार रात 2 से 3 बजे के बीच बाढ़ बरियारा गांव में हुआ। गांव के भरतलाल के खेत पर थ्रेशर मशीन से गेहूं की कटाई चल रही थी। उसी दौरान गांव के ही किसान घनश्याम (45) भी अपनी फसल की कटाई करवाने के लिए वहां मौजूद थे। रात के समय काम तेजी से चल रहा था, लेकिन अचानक एक हादसे ने पूरे माहौल को मातम में बदल दिया।
गमछे ने ले ली जान
जानकारी के मुताबिक, घनश्याम रात में थ्रेशर मशीन पर गेहूं की कटाई करवा रहे थे। इस दौरान उनके सिर पर बंधा गमछा अचानक मशीन के पट्टे में फंस गया। तेजी से घूम रहे पट्टे ने घनश्याम को झटके से खींच लिया और उनका शरीर मशीन में चला गया। वहां मौजूद लोग कुछ समझ पाते, इससे पहले ही मशीन ने उनके शरीर को टुकड़ों में बांट दिया। हादसा इतना भयानक था कि मशीन में घनश्याम के शरीर के अंग बुरी तरह फंस गए।
मशीन खोलकर निकाले गए टुकड़े
हादसे की सूचना मिलते ही गांव वालों ने मलारना डूंगर थाने को जानकारी दी। थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह सोलंकी अपनी टीम के साथ तुरंत मौके पर पहुंचे। मशीन के अंदर फंसे शरीर के टुकड़ों को देखकर हर कोई सन्न रह गया। पुलिस और गांव वालों ने मशीन को ऊपर से खोलकर एक-एक टुकड़े को सावधानी से निकाला और उन्हें कट्टे में इकट्ठा किया। इसके बाद टुकड़ों को मलारना चौड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले जाया गया। इस भयावह दृश्य को देखकर वहां मौजूद लोगों के रोंगटे खड़े हो गए और पूरे गांव में कोहराम मच गया।
पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा
थाना प्रभारी ने बताया कि पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया पूरी होने के बाद शव को घनश्याम के दामाद और बेटी को सौंप दिया गया। इस हादसे ने न केवल घनश्याम के परिवार को गहरा सदमा दिया, बल्कि पूरे गांव में मातम का माहौल छा गया।
हादसे ने उठाए सवाल
यह हादसा न केवल दुखद है, बल्कि खेती में इस्तेमाल होने वाली मशीनों की सुरक्षा और उनके संचालन को लेकर कई सवाल भी खड़े करता है। थ्रेशर जैसी मशीनें किसानों के लिए समय और मेहनत बचाने का जरिया हैं, लेकिन इनके साथ लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। इस घटना ने एक बार फिर मशीनों के सुरक्षित उपयोग और किसानों को जागरूक करने की जरूरत पर जोर दिया है।
गांव वालों का कहना है कि घनश्याम मेहनती और मिलनसार इंसान थे। उनकी अचानक हुई इस दर्दनाक मौत ने सभी को झकझोर कर रख दिया। फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और हादसे के कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।