"वन रक्षक भर्ती परीक्षा घोटाला: कांग्रेस युवा नेता नरेश देव सारण SOG की गिरफ्त में, बाड़मेर से जयपुर रवाना"
SOG ने वन रक्षक भर्ती परीक्षा मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष और कांग्रेस के युवा नेता नरेश देव सारण को गिरफ्तार किया है।

बाड़मेर रिपोर्ट जसवंत सिंह : राजस्थान में भर्ती परीक्षाओं से जुड़े घोटालों की गूंज एक बार फिर सुनाई दी है। इस बार विशेष संचालन समूह (SOG) ने वन रक्षक भर्ती परीक्षा मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष और कांग्रेस के युवा नेता नरेश देव सारण को गिरफ्तार किया है। SOG की टीम ने नरेश को बाड़मेर से हिरासत में लिया और पूछताछ के लिए जयपुर ले गई।
क्या है पूरा मामला?
वन रक्षक भर्ती परीक्षा में अनियमितताओं की शिकायतें लंबे समय से सामने आ रही थीं। सूत्रों के मुताबिक, इस परीक्षा में पेपर लीक और धांधली के आरोप लगे थे, जिसके बाद SOG ने जांच शुरू की। जांच के दौरान नरेश देव सारण का नाम संदिग्धों की सूची में उभरकर सामने आया। नरेश, जो कांग्रेस के युवा नेतृत्व का जाना-पहचाना चेहरा हैं और पूर्व में छात्रसंघ अध्यक्ष रह चुके हैं, पर आरोप है कि वे इस घोटाले में शामिल थे। हालांकि, अभी तक इस मामले में ठोस सबूतों का खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन SOG का दावा है कि उनके पास पर्याप्त आधार हैं जिसके चलते यह गिरफ्तारी की गई।
बाड़मेर से जयपुर तक का सफर
SOG की टीम ने शनिवार सुबह बाड़मेर में नरेश को हिरासत में लिया। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई बेहद गोपनीय तरीके से की गई। गिरफ्तारी के बाद नरेश को तुरंत जयपुर ले जाया गया, जहां उनसे विस्तृत पूछताछ की जाएगी। इस घटना ने बाड़मेर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हलचल मचा दी है। कुछ समर्थकों ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया है, वहीं दूसरी ओर विपक्षी दलों ने इसे कांग्रेस की कथित भ्रष्ट नीतियों का सबूत बताया।
सियासी घमासान शुरू
नरेश देव सारण की गिरफ्तारी के बाद राजस्थान की सियासत में उबाल आ गया है। सोशल मीडिया पर भी यह खबर तेजी से वायरल हो रही है। कुछ लोगों का मानना है कि यह कार्रवाई भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता लाने की दिशा में एक सख्त कदम है, जबकि कांग्रेस समर्थक इसे अपने नेता को निशाना बनाने की कोशिश बता रहे हैं। इस बीच, SOG ने स्पष्ट किया कि जांच अभी प्रारंभिक चरण में है और आगे की कार्रवाई सबूतों के आधार पर होगी।