किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे पर सियासी उठापटक जारी, दिल्ली बुलावे का इंतजार
किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे का मामला अब तक सुलझा नहीं है। मीणा ने 4 जुलाई को मंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी, जिसके बाद प्रदेश में सियासत गर्म हो गई। हालांकि, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को सौंपे गए इस्तीफे को अब तक मंजूरी नहीं मिली है। ऐसी खबरें भी हैं कि किरोड़ी लाल मीणा को दिल्ली बुलाया गया था और उन्हें कुछ ऑफर भी दिया गया था, लेकिन सहमति नहीं बन पाई है।
जयपुर : किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे का मामला अब तक सुलझा नहीं है। मीणा ने 4 जुलाई को मंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी, जिसके बाद प्रदेश में सियासत गर्म हो गई। हालांकि, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को सौंपे गए इस्तीफे को अब तक मंजूरी नहीं मिली है। ऐसी खबरें भी हैं कि किरोड़ी लाल मीणा को दिल्ली बुलाया गया था और उन्हें कुछ ऑफर भी दिया गया था, लेकिन सहमति नहीं बन पाई है।
दिल्ली बुलावे का इंतजार
हाल ही में मीडिया से बातचीत के दौरान किरोड़ी लाल मीणा ने खुद बताया कि उन्हें दिल्ली से बुलावे का इंतजार है। दूसरी ओर, उनके समर्थकों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस्तीफे को नामंजूर करने का अनुरोध किया है। इस बीच, खबरें आ रही हैं कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है।
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सीपी जोशी का फीडबैक
सीपी जोशी ने 22 जुलाई को अमित शाह से मुलाकात की, जिसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, इस मुलाकात में सीपी जोशी ने राजस्थान की वर्तमान सियासी हालात, विधानसभा के बजट सत्र और उपचुनाव की तैयारियों पर चर्चा की। साथ ही, किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे के मामले में संगठानात्मक फीडबैक भी सौंपा गया है। माना जा रहा है कि जल्द ही किरोड़ी लाल मीणा को अमित शाह का बुलावा आ सकता है।
उपचुनाव की तैयारियों पर चर्चा
अमित शाह के साथ बैठक में सीपी जोशी ने राजस्थान बीजेपी की उपचुनाव की तैयारियों पर भी चर्चा की। पांचों उपचुनाव सीटों के लिए गठित कमेटियों, वरिष्ठ मंत्रियों को सौंपी गई जिम्मेदारियों और खुद सीपी जोशी द्वारा चुनावी बैठकों का ब्रीफिंग दी गई। जमीनी फीडबैक के बारे में अमित शाह को अवगत कराया गया, जिसमें सरकार के कामकाज, बजट का जनता में संदेश और आगामी दिनों में सत्ता और संगठन के तालमेल से तैयार रोडमैप पर चर्चा की गई।
सियासी हालात का विश्लेषण
किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे के बाद उत्पन्न सियासी हालात पर गहन विश्लेषण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार इस मुद्दे पर विचार कर रही है, जबकि पार्टी के भीतर भी इस पर मंथन जारी है। अमित शाह और सीपी जोशी की मुलाकात से संकेत मिलता है कि जल्द ही इस मुद्दे पर कोई निर्णय लिया जा सकता है। अब देखना होगा कि आने वाले दिनों में इस सियासी उठापटक का क्या परिणाम होता है।